श्रावण मास 2019: सावन में सोमवार को ही क्यों रखा जाता हैं व्रत, जानिए व्रत के फायदें
हिंदू धर्म पुराणों के मुताबिक भगवान शिव की भक्ति के लिए सोमवार का दिन बहुत ही उत्तम और खास माना जाता हैं वही धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक जो भी मनुष्य सोमवार के दिन शिव की आराधना पूरी निष्ठा के साथ करता हैं भोले बाबा उसकी सभी इच्छाएं पूर्ण करते हैं मगर क्या कभी आपने सोचा हैं कि शिव भक्ति के लिए सोमवार का ही दिन क्यों चुना जाता हैं अगर नहीं जानते हैं तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
वही चंद्रमा का दूसरा नाम सोम हैं, जिसे भगवान शिव ने अपने मस्तक पर स्थान दिया हैं वही यही वजह हैं कि सोमवार को शिव का दिन माना जाता हैं सोम का एक और अर्थ होता हैं जिसका मतलब होता हैं, कि हिंदू धर्म में शिव को भी बेहद सौम्य देवता के रूप में देखा जाता हैं वही उनकी सरलता और सहजता के कारण उनके भक्त उन्हें भोलेनाथ कहकर बुलाते हैं। वही सोम का तीसरा अर्थ होता हैं सोमरस धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक सोमरस का सेवन देवता किया करते थे। जिसका पान करने से उन्हें आरोग्य की प्राप्ति होती थी। जिस प्रकार सोमरस को अमृत के समान समझा जाता हैं ठीक उसी तरह शिव मनुष्यों के लिए कल्याणकारी बने रहे हैं इसलिए सोमवार को महादेव की उपासना की जाती हैं।
वही सोम का चौथा अर्थ हैं चंद्रमा, जो हर मनुष्य के मन का प्रतीक माना जाता हैं जिसे भगवान शिव ने अपने मस्तक पर स्थान दिया हैं। हर मनुष्य के मन की चेतनता और चंचलता को पकड़कर भगवान शिव ने अपने वश में कर रखा हैं भक्त अपनी भक्ती से शिव को प्रसन्न करके उस परमात्मा तक पहुंच सकें इसलिए महादेव की उपासना सोमवार को की जाती हैं।