शनिवार को करें शनि देव को प्रसन्न इस आरती से
जयपुर। शनिवार का दिन भगवान शनि का दिन माना जाता है। शनि को न्याय का देवता माना जाता है। शनि देव के लिए माना जाता है कि शनिदेव कर्मों का दण्ड देते हैं। शनि के न्याय विधान से आसानी से कोई बच नहीं सकता। शनि ग्रह को सभी ग्रहों में क्रूर ग्रह माना जाता है।
ज्योतिष में माना जाता है कि कुंडली में शनि की स्थिति के अशुभ होने से जीवन में कई सारी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। पूजा अर्चना करने से शनि को प्रसन्न किया जा सकता है। आज शनि देव को प्रसन्न करने के लिए पढ़ें इस आरती को
जय जय शनि देव महाराज,
जन के संकट हरने वाले।
तुम सूर्य पुत्र बलिधारी,
भय मानत दुनिया सारी।
साधत हो दुर्लभ काज॥1॥
तुम धर्मराज के भाई,
जब क्रूरता पाई।
घन गर्जन करते आवाज॥2॥
॥जय जय शनि देव महाराज…॥
तुम नील देव विकराली,
है साँप पर करत सवारी।
कर लोह गदा रह साज॥3॥
॥जय जय शनि देव महाराज…॥
तुम भूपति रंक बनाओ,
निर्धन स्रछंद्र घर आयो।
सब रत हो करन ममताज॥4॥
॥जय जय शनि देव महाराज…॥
राजा को राज मितयो,
निज भक्त फेर दिवायो।
जगत में हो गयी जय जयकार॥5॥
॥जय जय शनि देव महाराज…॥
तुम हो स्वामी हम चरणं,
सिर करत नमामी जी।
पूर्ण हो जन जन की आस॥6॥
॥जय जय शनि देव महाराज…॥
जहाँ पूजा देव तिहारी,
करें दीन भाव ते पारी।
अंगीकृत करो कृपाल॥7॥
॥जय जय शनि देव महाराज…॥
कब सुधि दृष्टि निहरो,
छमीये अपराध हमारो।
है हाथ तिहारे लाज॥8॥
॥जय जय शनि देव महाराज…॥
हम बहुत विपत्ति घबराए,
शरणागत तुम्हरी आये।
प्रभु सिद्ध करो सब काज॥9॥
॥जय जय शनि देव महाराज…॥
यहाँ विनय करे कर जोर के,
भक्त सुनावे जी।
तुम देवन के सिरताज॥10॥
॥जय जय शनि देव महाराज…॥
जय जय शनि देव महाराज,
जन के संकट हरने वाले।
https://www.youtube.com/watch?time_continue=10&v=sJ3Kg21bNrE