Samachar Nama
×

सलीम मलिक को अप्रैल 2000 की वार्तालाप का जवाब देना चाहिए : पीसीबी

पूर्व कप्तान सलीम मलिक ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) से अपने ऊपर लगे आजीवन प्रतिबंध हटाने और उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट में योगदान देने की अनुमति देने की अपील की थी। पीसीबी ने 2000 में मलिक पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। इससे पहले, मलिक अपने खिलाफ लगे मैच फिक्सिंग के आरोपों को लेकर आईसीसी द्वारा
सलीम मलिक को अप्रैल 2000 की वार्तालाप का जवाब देना चाहिए : पीसीबी

पूर्व कप्तान सलीम मलिक ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) से अपने ऊपर लगे आजीवन प्रतिबंध हटाने और उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट में योगदान देने की अनुमति देने की अपील की थी। पीसीबी ने 2000 में मलिक पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। इससे पहले, मलिक अपने खिलाफ लगे मैच फिक्सिंग के आरोपों को लेकर आईसीसी द्वारा मुहैया कराए गए अप्रैल 2000 की बातचीत का जवाब देने में विफल रहे थे।

पीसीबी ने मलिक के अपील की समीक्षा करने के बाद उन्हें जवाब देते हुए स्पष्ट कर दिया है कि चीजों को शुरू करने के लिए बातचीत की ट्रांसक्रिप्ट का जवाब देना होगा।

पीसीबी ने एक बयान में कहा, ” आपने अप्रैल 2000 में हुई बातचीत के टेपों की सामग्री पर कोई जवाब नहीं देने का फैसला किया। इस पृष्ठभूमि में, पीसीबी तब तक आगे बढ़ने में असमर्थ होगा जब तक कि आप उक्त मामले पर जवाब नहीं देते।”

पीसीबी ने पांच मई 2014 को पीसीबी चेयरमैन को भेजे गए एक पत्र का हवाला देते हुए मलिक से कहा, ” आपने उस पत्र में लिखा, बातचीत के बाद मैं इस नजीते पर पहुंचा हूं कि मैं अपनी गलती स्वीकार करने के लिए तैयार हूं। मैं फैन्स से माफी मांगता हूं और अपना रिहेबिलिटेशन प्रक्रिया शुरू करना चाहता हूं। मैं अपने फैसले को पूरी तरह से समझता हूं और मैं अपने रिहेबिलिटेशन प्रक्रिया के लिए आईसीसी और पीसीबी का सहयोग करने के लिए तैयार हूं।”

न्यजू स्त्रोत आईएएनएस

Share this story