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new education policy पर देशभर में 11 सितंबर से जागरूकता अभियान चलाएगी आरएसएस की संस्था

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आरएसएस से जुड़ी संस्था विद्या भारती ने बड़ा अभियान चलाने की तैयारी की है। विद्या भारती ने 11 सितंबर से राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। इस दौरान देशभर में तरह-तरह के आयोजनों के जरिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सुधारों के दायरे, पैमाने और प्रभाव पर
new education policy पर देशभर में 11 सितंबर से जागरूकता अभियान चलाएगी आरएसएस की संस्था

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आरएसएस से जुड़ी संस्था विद्या भारती ने बड़ा अभियान चलाने की तैयारी की है। विद्या भारती ने 11 सितंबर से राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। इस दौरान देशभर में तरह-तरह के आयोजनों के जरिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सुधारों के दायरे, पैमाने और प्रभाव पर व्यापक चर्चा होगी। 25 सितंबर से दो अक्टूबर तक कुल 13 भाषाओं में ऑनलाइन ‘माय एनईपी’ नामक प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी । यह प्रतियोगिता समग्र शिक्षा, ज्ञान आधारित समाज और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा जैसे तीन उप-विषयों पर आयोजित होगी। प्रतियोगिता को तीन श्रेणियों में बांटा गया है। कक्षा 9-12 की प्रथम श्रेणी , स्नातक श्रेणी और नागरिक या खुली श्रेणी। प्रत्येक श्रेणी में विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार मिलेंगे। सभी प्रतियोगियों को भागीदारी का प्रमाणपत्र भी मिलेगा। इस प्रतियोगिता के तहत हस्तनिर्मित पेंटिंग , मीम-मेकिंग, प्रधानमंत्री को पत्र-लेखन , भाषण प्रतियोगिता , निबंध लेखन प्रतियोगिता , लघु फिल्म निर्देशन (निर्माण) , डिजिटल डिजाइनिंग और ट्विटर थ्रेड जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं पर एक इंटरैक्टिव क्विज भी ऑनलाइन आयोजित होगा। विजेताओं के नामों की घोषणा 5 अक्टूबर को होगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर यह जागरूकता अभियान युवा स्वयंसेवक चलाएंगे।

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विद्या भारती के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीराम आरावकर ने संबंधित वेबिनार में कहा , “हमारे जागरूकता अभियान में ज्यादा भागीदारी हो इसलिए एनईपी-थीम वाली प्रतियोगिताओं की श्रृंखला शामिल है। जिसमें विद्यालय और कॉलेज के छात्रों के साथ-साथ इच्छुक एवं जागरुक नागरिक भी भागीदारी कर सकते हैं। नई शिक्षा नीति में सीखने के सकारात्मक परिणामों के लिए शिक्षा के प्राथमिक माध्यम के रूप में मातृभाषा की सिफारिश की गई है। इसी को ध्यान रखते हुए अधिकांश प्रतियोगिताएं अंग्रेजी के साथ-साथ ,विविध क्षेत्रीय भाषाओं के पृष्ठभूमि के छात्रों तक पहुंचने के लिए ,12 अन्य भारतीय भाषाओं में आयोजित की जाएंगी।”

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस

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