अल्प आयु में गर्भाशय से छुटकारा, महिलाओं में बन सकता है डिप्रेशन का कारण
जयपुर. आज के समय में अधिकतर महिलाऐं डिप्रेशन कि शिकार हो रही है। डिप्रेशन के सामान्यत कई कारण हो सकते है मगर महिलाओं में डिप्रेशन का मुख्य कारण अल्प आयु में गर्भाशय से छुटकारा अर्थात कम उम्र में गर्भाशय को निकलवाने से है। बता दे कि कुछ महिलाओं में ऐसा मासिक धर्म को लेकर मुसीबत
जयपुर. आज के समय में अधिकतर महिलाऐं डिप्रेशन कि शिकार हो रही है। डिप्रेशन के सामान्यत कई कारण हो सकते है मगर महिलाओं में डिप्रेशन का मुख्य कारण अल्प आयु में गर्भाशय से छुटकारा अर्थात कम उम्र में गर्भाशय को निकलवाने से है।
बता दे कि कुछ महिलाओं में ऐसा मासिक धर्म को लेकर मुसीबत मान लेने से तथा अधिकतर इसे रोगों का आवास समझ लेने कि सोच से, महिलाएं समय से पहले ही अपना गर्भाशय निकलवा लेती हैं।
चिकित्सकों कि माने तो गर्भाशय को तभी हटवाना या निकलवाना चाहिए जब गर्भाशय में कर्क रोग (कैंसर) या अन्य कोई खतरनाक रोग होने का जोखिम हो। क्योंकि महिलाओं में इस मासिक चक्र का चलना बेहद आवश्यक है जिससे इनके शरीर का हॉर्मोंन ( hormone ) स्तर संतुलित रहता है जिस कारण से इनका शरीर रोगों से सुरक्षित रहता है।
जानकारी के मुताबिक भारत के मध्यप्रदेश राज्य में गरीबी के चलते अधिकतर अल्प आयु कि महिलाएं अपने गर्भाशय को निकलवा रही हैं।
विशेषज्ञों कि जानकारी के अनुसार अल्प आयु कि महिलाएं बिना किसी ठोस कारण के गर्भाशय को निकलवा देती हैं जो कि भविष्य मेें उनके लिए नुकसानदेह होता है। विशेषज्ञों ने ये भी खुलासा किया कि गर्भाशय को निकलवाने से हॉर्मोंन के असंतुलन होने का खतरा बढ़ जाता है जिसके कारण ही महिलाओं में डिप्रेशन जैसे घातक रोग हो जाते है। इसके साथ ही कई अन्य साइडइफे्क्ट भी होने लगते है। इन साइडइफे्क्ट में PID, गर्भाशय में संक्रमण पेल्विक सूजन और गर्भाशय में कैंसर जैसे जानलेवा रोग होने कि संभावना अत्यधिक बढ़ जाती है।