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कैंसर और लक्वे के प्रभावों को घटाए सूखी अदरक के आयुर्वेदिक गुण

अदरक के औषधिवर्धक गुणों से तो लगभग सभी रूबरू होंगे। लेकिन जब अदरक सूख जाती है तो उसे सोंठ का नाम दिया जाता है। सौंठ को लेकर आयुर्वेद में कई बातें बताई गई हैं इसका इस्तेमाल ना सिर्फ स्वाद बल्कि की बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। सोंठ के इस्तेमाल से आयुर्वेद
कैंसर और लक्वे के प्रभावों को घटाए सूखी अदरक के आयुर्वेदिक गुण

अदरक के औषधिवर्धक गुणों से तो लगभग सभी रूबरू होंगे। लेकिन जब अदरक सूख जाती है तो उसे सोंठ का नाम दिया जाता है। सौंठ को लेकर आयुर्वेद में कई बातें बताई गई हैं इसका इस्तेमाल ना सिर्फ स्वाद बल्कि की बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। सोंठ के इस्तेमाल से आयुर्वेद में अलग-अलग तरह की घरेलू दवाओं या फिर आहार में स्वाद को बढाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। अगर आप चाहें तो दवाओं के इस्तेमाल को कम करके के लि‍ए किया जाता है। सौंठ का इस्तेमाल आप कई समस्याओं से निजात पाने के लिए कर सकते हैं। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं सौंठ या सूखी अदरक के सभी लाभदायक गुण और बीमारियों में इससे मिलने वाले फायदे-

  • जोड़ों के दर्द में सूखी अदरक काफी लाभदायक देती है। इसके इस्तेमाल के लिए सौंठ, जायफल को पीसकर बराबर मात्रा में तिल के तेल में डालें। इस तेल में एक पट्टी को फिगोएं और उसे जोडों में लगा लें। आप चाहें तो उबले हुए पानी के साथ शहद और अदरक पाउडर को पी सकते हैं इससे गठिया में काफी फायदा पहुंचता है।
  • गैस की समस्या से निजात पाने के लिए सौंठ, हींग और काला नमक मिलाकर इसका सेवन करें। गैस के लिए पिसी हुई सौंठ और कैरम के बीजों को नींबू के रस में भि‍गोकर छाया में सुखाएं, इसके बाद सुबह रोजाना इसका सेवन करें।
  • पेट दर्द की समस्या हो या फिर कब्ज की परेशानी हो। सोंठ को पीसकर हींग और सेंधा नमक के साथ इसका सेवन करें, जल्द आराम देखने को मिलेगा।
  • लकवे की गंभीर बीमारी से बचने के लिए सूखी अदरक का पाउडर, जिगरी और गर्म मसूर की दाल को मिलाकर सेवन करना चाहिए इससे लक्वे का प्रभाव भी कम होता है। इसके अलावा लहसुन, सूखी अदरक और पानी मिलाकर लेप लगाने से भी खास असर देखने को मिलता है।
  • सि‍रदर्द, माइग्रेन, गर्दन या फिर शरीर दर्द से जूझने वाले लोगों को सूखी अदरक को पानी मिलाकर जरूर लगाने से आराम मिलता है। इस घोल को सूंघने से छींक और सि‍र दर्द में भी आराम मिलता है।
  • सोंठ में कैंसररोधी गुण भी पाए जाते हैं, जो कैंसर वाली कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं। इससे गर्भाशय के कैंसर की संभावनाओं को कम करने में भी काफी मदद मिलती है।

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