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क्या आपको भी हो रही विद्या प्राप्ति में बाधा, तो जानिए निवारण के उपाय

कोरोना महामारी का कहर देशभर में लगातार बढ़ता ही जा रहा हैं इस महामारी ने हर किसी को परेशानियों में डाल दिया हैं ऐसी स्थिति में लोगों को आर्थिक तंगी, शारीरिक पीड़ा,करियर या शिक्षा में बाधा आने जैसी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं अगर आप भी इन समस्याओं से जूझ
क्या आपको भी हो रही विद्या प्राप्ति में बाधा, तो जानिए निवारण के उपाय

कोरोना महामारी का कहर देशभर में लगातार बढ़ता ही जा रहा हैं इस महामारी ने हर किसी को परेशानियों में डाल दिया हैं ऐसी स्थिति में लोगों को आर्थिक तंगी, शारीरिक पीड़ा,करियर या शिक्षा में बाधा आने जैसी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैंक्या आपको भी हो रही विद्या प्राप्ति में बाधा, तो जानिए निवारण के उपाय अगर आप भी इन समस्याओं से जूझ रहे हैं तो आज हम आपके लिए कुछ उपाय लेकर आए हैं विद्या को धन कहा गया है मानव जीवन के विकास में शिक्षा की भूमिका खास होती है इसके बिना मनुष्य का जीवन पशुवत होता हैं। हर माता पिता अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर उनके जीवन को संवाने का हर संभव प्रयास करते हैं मगर कई प्रसासों के बावजूद बच्चों की शिक्षा में बाधाएं आती रहती हैं। अगर आप भी इन समस्याओं को झेल रहे हैं तो ज्योतिषशास्त्र में इसका विचार धन भाव से भी किया जाता हैंक्या आपको भी हो रही विद्या प्राप्ति में बाधा, तो जानिए निवारण के उपाय

फलदीपिका के प्रथम अध्याय के दसवें श्लोक में स्पष्ट रूप से लिखा है विद्या स्वान्नपानानि भुक्तिं दक्षाक्ष्यास्थं पत्रिका वाक्कुटुबंम।। अर्थ— धन, विद्या, स्वयं के अधिकार की वस्तु, वाणी आदि का विचार द्वितीय भाव से करना चाहिए विद्या और द्वितीय भाव और ग्रह अर द्वितीय भाव में कोई शुभ ग्रह स्थित हो, इसका संबंध स्वगृही, उच्चस्थ और मित्र राशिस्थ ग्रह से हो, तो शिक्षा प्राप्ति में किसी तरह की बाधा नहीं आती हैं शुभ ग्रहों की दृष्टि के फलस्वरूप भी शिक्षा बाधामुक्त होती हैं और छात्र एक के बाद एक सफलता की सीढ़ियां चढ़ता चला जाता हैं।क्या आपको भी हो रही विद्या प्राप्ति में बाधा, तो जानिए निवारण के उपायसूर्य और शनि या राहु की द्वितीय भाव दृष्टि अशुभ होती है तो इससे मुक्ति के लिए दोनों ग्रहों की शांति करानी चाहिए सूर्य द्वितीयेश की स्थिति में शुभ न हो, तो उसकी शांति जरूर करानी चाहिए सूर्यजनित अन्य बाधाओं से मुक्ति और बचाव के उपाय करने चाहिए। सूर्य का यंत्र अथवा पेंडल धारण करें। सहज ध्यान योग करें। भगवान सूर्यदेव का ऐसा पूर्ण चित्र, जिसमें सूर्य, रथ, घोड़ों और सारथी अरुण का स्पष्ट दर्शन हो अध्ययन कक्ष में लगाएं।
क्या आपको भी हो रही विद्या प्राप्ति में बाधा, तो जानिए निवारण के उपाय

 

 

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