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30 जून को पड़ रहा है रवि प्रदोष व्रत

प्रदोष व्रत की बड़ी महिमा हैं रवि प्रदोष का व्रत करके मनुष्य अपने जीवन के सभी रोग दोष शोक कलह क्लेश हमेशा हमेशा के लिए समाप्त हो जाते हैं वही इस व्रत को करने से हृदय रोग, आखों के रोग, सरकारी विभाग की अड़चने, पिता का स्वास्थ्य, दाम्पत्य जीवन के कलह आदि को बहुत आसानी से दूर किया जा सकता हैं। वही आपको बता दें, कि इस बार यह व्रत 30 जून को मनाया जाएंगा। रवि प्रदोष व्रत की पूजा शाम 4.30 बजे से शाम 7.00 बजे के बीच की जाना चाहिए।
30 जून को पड़ रहा है रवि प्रदोष व्रत

आपको बता दें, कि हिंदू धर्म शास्त्रों में प्रदोष व्रत को बहुत ही पवित्र व्रत माना जाता हैं,वही प्रदोष व्रत की बड़ी महिमा हैं रवि प्रदोष का व्रत करके मनुष्य अपने जीवन के सभी रोग दोष शोक कलह क्लेश हमेशा हमेशा के लिए समाप्त हो जाते हैं वही इस व्रत को करने से हृदय रोग, आखों के रोग, सरकारी विभाग की अड़चने, पिता का स्वास्थ्य, दाम्पत्य जीवन के कलह आदि को बहुत आसानी से दूर किया जा सकता हैं। 30 जून को पड़ रहा है रवि प्रदोष व्रतवही आपको बता दें, कि इस बार यह व्रत 30 जून को मनाया जाएंगा। इस व्रत को करके मनुष्य लंबा और निरोगी जीवन प्राप्त कर सकता हैं यह व्रत रोग और जीवन के सभी दुख और संकट को दूर करके व्यक्ति को लम्बी उम्र प्रदान करता हैं वही आपको बता दें, कि हर महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता हैं जिससे व्यक्ति के सभी दुख समस्या दूर हो जाती हैं।30 जून को पड़ रहा है रवि प्रदोष व्रत

जानिए प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त—
रवि प्रदोष व्रत की पूजा शाम 4.30 बजे से शाम 7.00 बजे के बीच की जाना चाहिए।

जानिए पूजन सामग्री—
बता दें, कि पूजन के लिए एक जल से भरा हुआ कलश, एक थाली, बेलपत्र, धतूरा, भांग, कपूर, सफेद पुष्प व माला, आंकड़े का फूल, सफेद मिठाई, सफेद चंदन, धूप, दीप, घी, सफेद वस्त्र, आम की लकड़ी, हवन सामग्री।30 जून को पड़ रहा है रवि प्रदोष व्रत

जानिए कैसे करें व्रत—
इस दिन प्रदोष व्रतार्थी को नमकरहित भोजन करना चाहिए। प्रदोष व्रत प्रत्येक त्रयोदशी को किया जाता हैं, परंतु विशेष कामना के लिए वार संयोगयुक्त प्रदोष का भी बड़ा महत्व हैं। जो लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर हमेशा परेशान रहते हैं, किसी न किसी बीमारी से ग्रसित होते रहते हैं उन्हें रवि प्रदोष व्रत अवश्य ही करना चाहिए।30 जून को पड़ रहा है रवि प्रदोष व्रत

प्रदोष व्रत की बड़ी महिमा हैं रवि प्रदोष का व्रत करके मनुष्य अपने जीवन के सभी रोग दोष शोक कलह क्लेश हमेशा हमेशा के लिए समाप्त हो जाते हैं वही इस व्रत को करने से हृदय रोग, आखों के रोग, सरकारी विभाग की अड़चने, पिता का स्वास्थ्य, दाम्पत्य जीवन के कलह आदि को बहुत आसानी से दूर किया जा सकता हैं। वही आपको बता दें, कि इस बार यह व्रत 30 जून को मनाया जाएंगा। रवि प्रदोष व्रत की पूजा शाम 4.30 बजे से शाम 7.00 बजे के बीच की जाना चाहिए। 30 जून को पड़ रहा है रवि प्रदोष व्रत

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