Samachar Nama
×

BSP से राज्यसभा प्रत्याशी रामजी गौतम ने किया नामांकन

उत्तर प्रदेश की दस राज्यसभा सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रत्याशी रामजी गौतम ने सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा और विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा समेत पार्टी के सभी विधायक मौजूद रहे। रामजी गौतम के नामांकन के
BSP से राज्यसभा प्रत्याशी रामजी गौतम ने किया नामांकन

उत्तर प्रदेश की दस राज्यसभा सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रत्याशी रामजी गौतम ने सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा और विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा समेत पार्टी के सभी विधायक मौजूद रहे। रामजी गौतम के नामांकन के साथ ही अब राज्यसभा की खाली सीटों के लिए मतदान होना तय हो गया है। बसपा के पास विधायक संख्या कम होने के बाद भी नामांकन कराए जाने से तोड़फोड़ की आशंका बढ़ गयी है।

राज्यसभा चुनाव में बसपा उम्मीदवार के उतरने से निर्विरोध निर्वाचन की संभावना खत्म हो गई है। मायावती के इस दांव से भाजपा के नौ सदस्यों के जीतने की राह जहां कठिन हो गई है, वहीं सपा व कांग्रेस के सामने भी दुविधा की स्थिति खड़ी हो गई है।

विधायकों की संख्या के आधार पर होने वाले इस चुनाव में भाजपा के आठ व सपा के एक सदस्य की जीत तय है। भाजपा का एक और सदस्य तब ही जीत सकता है जब विपक्ष साझा प्रत्याशी न खड़ा करे। न बसपा और न ही कांग्रेस खुद के दम पर अपना प्रत्याशी जिता सकती है। विधानसभा में मौजूदा सदस्य संख्या के आधार पर जीत के लिए किसी भी प्रत्याशी को 36 वोटों की आवश्यकता होगी। भाजपा ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं लेकिन उसके आठ उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित है। सपा ने अपना एक उम्मीदवार रामगोपाल यादव का नामांकन कराकर स्पष्ट कर दिया कि उसके पास दस वोट अतिरिक्त होने के बावजूद वह किसी और को खड़ाकर वोटों की जोर आजमाईश में उतरना नहीं चाहती है।

बहुजन समाज पार्टी के विधायकों की संख्या वैसे तो 18 ही हैं, लेकिन इनमें भी मुख्तार अंसारी, अनिल सिंह सहित दो-तीन और के वोट उसे मिलने की उम्मीद नहीं है। फिर भी मायावती प्रत्याशी उतारकर, भाजपा के नौवें उम्मीदवार के निर्विरोध निर्वाचित होने की संभावना को खत्म कर बड़ा संदेश देना चाह रही हैं। बसपा नेताओं का कहना है कि मायावती के इस फैसले से कांग्रेस, सपा व अन्य विपक्षी दलों द्वारा पार्टी को भाजपा की बी-टीम के रूप में प्रचार करने पर खुद-ब-खुद ब्रेक भी लग जाएगा।

मौजूदा हालत में भाजपा के पास 304, सपा के पास 48, बसपा के पास 18, अपना दल 9, कांग्रेस 7, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी 4, रालोद 1, निर्दलीय इंडियन शोषित हमारा अपना दल 1, निर्दलीय 3 विधायक है। इसके अलावा 7 सीटों पर उपचुनाव हो रहा है। एक अन्य सीट रामपुर स्वार के लिए हाईकोर्ट ने चुनाव कराने के निर्देश दिए हैं।

न्यूज स्त्रात आईएएनएस

Share this story