Rajasthan: पायलट के सामने आने का इंतजार, बागियों को साधते नजर आ रही कांग्रेस
राजस्थान में सियासी घमासान के चौथे दिन गुरुवार को सीएम गहलोत एक बार फिर पायलट समर्थकों को साधते नजर आए। इसके चलते मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चाओं पर विराम लग गया है। पहले बताया जा रहा था कि 16 जुलाई को गहलोत सरकार मंत्रिमंडर का विस्तार कर सकती है।
कांग्रेस ने नोटिस जारी कर बागी विधायकों को शुक्रवार तक का वक्त दिया है। इसके बाद उन पर कार्रवाई होना तय है। नोटिस जारी कर पूछा गया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों और कांग्रेस विधायक दल की बैठकों में शामिल नहीं होने पर उन्हें अयोग्य क्यों नहीं घोषित किया जाना चाहिए।

विधानसभा की ओर से भी बागी विधायकों को नोटिसा जारी किया गया है। इसमें तीन दिन का वक्त दिया गया है। इस बीच अगर पार्टी से कोई रूठा विधायक लौटकर वापस आता है तो उसके लिए कांग्रेस ने दरवाजे भी खुले रखे हैं।
राजस्थान में जारी सियासी संग्राम पर बीजेपी नेता अपनी निगाहें बनाए बैठे हैं। हालांकि पार्टी नेता खुलकर अपनी रणनीति पर नहीं बोल पा रहे हैं लेकिन अंदर बैठकों का दौर जारी है। गुलाबचंद कटारिया ने कहा था कि हम गहलोत और पायलट दोनों पर नजर बनाए हुए हैं। उसके हिसाब से आगे की रणनीति तैयार करेंगे।

सचिन पालयट ने बीजेपी में जाने से इनकार कर दिया है। कांग्रेस पायलट को वापस बुलाने के लिए आग्रह कर रही है। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी सरकार बचा पाएंगे या नहीं? अब पूरा मामला विधानसभा अध्यक्ष और राज्यपाल कलराज मिश्र पर निर्भर है।
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