राहु केतु के साथ बनता है मंगल का संयोग, तो क्या होता है जानिए
हर व्यक्ति के जीवन में ज्योतिषशास्त्र और ग्रह कुंडली का विशेष महत्व होता हैं, वही मंगल ग्रह के साथ दूसरे ग्रहों का संबंध व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता हैं जब ग्रहों का शुभ संयोग बनता हैं तो मंगल बड़ा पद, प्रतिष्ठा और अपार संपदा मनुष्य को प्रदान करता हैं मगर जब यही मंगल दूसरे ग्रहों के साथ अशुभ योग बनाता हैं तो मनुष्य के जीवन में बेवजह के तनाव और परेशानियों का आना लाज़मी हो जाता हैं। इन परेशानियों से मनुष्य के जीवन में सफलता और तरक्की पर भी विराम सा लग जाता हैं।
वही ज्योतिष की मानें तो राहु और केतु के साथ मंगल का संबंध बड़ी घटनाओं की वजह बनता हैं लाल ग्रह से राहु केतु का संबंध कई बार जानलेवा भी साबित हो सकता हैं अगर किसी जातक की कुंडली का मंगल राहु या केतु के साथ मिलकर कोई विचित्र योग बना रहा हैं तो आपको थोड़ा सावधान रहने की जरूरत हैं क्योंकि आपके जीवन में बहुत जल्दी कुछ बड़ी घटना हो सकती हैं जो आपको परेशानियों में डाल सकती हैं।
जानिए मंगल और राहु केतु के संबंध का प्रभाव—
बता दें कि राहु के संबंध को अंगारक योग कहा जाता हैं जो आमतौर पर नकारात्मक ही होता हैं ये संबंध हवाई यात्रा, इलेक्ट्रॉनिक्स और रसोई से जुड़ी दुघर्टनाओं का योग बनता हैं। अगर कुंडली में ये योग होता हैं तो मंगलवार को कालभैरव की उपासना जरूर करें। केतु के संबंध को पराक्रम योग कहा जाता हैं मंगल और कुतु का संबंध मानव को बहुत पराक्रमी और साहसी बनाता हैं।