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कुआडार्ट ने कहा, हम पेनाल्टी से बचना चाह रहे थे

बेंगलुरू एफसी ने रविवार को यहां मुम्बई फुटबाल एरेना में एफसी गोवा को 1-0 से हराकर पहली बार हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) का खिताब जीता। यह पहला मौका है जब किसी टीम ने ग्रुप स्टेज के दौरान तालिका में पहला स्थान हासिल किया और फिर आगे जाकर खिताब जीता। पिछले साल बेंगलुरू की टीम
कुआडार्ट ने कहा, हम पेनाल्टी से बचना चाह रहे थे

बेंगलुरू एफसी ने रविवार को यहां मुम्बई फुटबाल एरेना में एफसी गोवा को 1-0 से हराकर पहली बार हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) का खिताब जीता। यह पहला मौका है जब किसी टीम ने ग्रुप स्टेज के दौरान तालिका में पहला स्थान हासिल किया और फिर आगे जाकर खिताब जीता। पिछले साल बेंगलुरू की टीम लीग स्तर के बाद तालिका में टॉप पर रही थी, लेकिन फाइनल में उसे चेन्नइयन एफसी के हाथों हार मिली थी।

खिताबी मैच में हार के बाद गोवा के कोच अल्बर्ट रोका ने क्लब छोड़ दिया था जबकि बेंगलुरू के कोच चार्ल्स कुआडार्ट ने शानदार वापसी करते हुए अपनी टीम को खिताबी जीत दिलाई।

कुआडार्ट ने बेहतरीन और चुनौतीपूर्ण फाइनल के लिए गोवा की तारीफ की और अपनी टीम की मेहनत को भी सराहा। कुआडार्ट ने राहुल भेके की जमकर तारीफ की, जिन्होंने अहम मौके पर हेडर के जरिए गोल करते हुए अपनी टीम को चैम्पियन का ताज पहनाया।

कुआडार्ट ने कहा, “हम पेनाल्टी से बचना चाह रहे थे क्योंकि यह कभी-कभी लॉटरी की तरह होता है। हम खुश हैं कि हमारे एक प्रयास ने हमें चैम्पियन बना दिया। आईएसएल फाइनल में अब तक कुल 14 गोल हुए हैं और यह सातवां सेट पीस गोल है। इससे यह साबित होता है कि यह कितना अहम गोल है। हमने इसे लेकर काफी काम किया था।”

कोच के मुताबिक इस सीजन बेंगलुरू के लिए शानदार खेल दिखाने वाले अल्बर्ट सेरान को शुरुआती एकादश में नहीं रखना काफी जोखिम भरा फैसला था, लेकिन यह तरीका बेंगलुरू के लिए काम कर गया।

कुआडार्ट ने कहा, “अल्बर्ट हमारे लिए अनिवार्य थे। उनके बगैर खेलना हमारे लिए जोखिम भरा था। मैं भारतीय डिफेंडरों-राहुल भेके, नीशू कुमार और हर्मनजोत खाबरा से काफी खुश हूं। इनकी बदौलत ही गोवा को आक्रमण के अधिक मौका नहीं मिले और फेरान कोरोमिनास जैसा खिलाड़ी हमारे खिलाफ बेबस नजर आया।”

कप्तान सुनील छेत्री ने कुआडार्ट द्वारा किए गए बदलावों की वकालत की और कहा, ” हमने रोका की देखरेख में काफी कुछ सीखा लेकिन चार्ल्स की देखरेख में वह काफी विकासशील होकर आगे बढ़े।”

एफसी गोवा कोच सर्जियो लोबेरा ने हालांकि महसूस किया कि उनकी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया और अतिरिक्त समय के पहले हाफ में अहमद जाहो को मिले रेड कार्ड ने मैच का रुख बदल दिया। लोबेरा ने कहा, “हमारा एक खिलाड़ी मैदान से बाहर था और यही हमारे लिए सबसे अहम क्षण था। हमने काफी अच्छा खेल दिखाया लेकिन रेड कार्ड हमारे लिए घातक साबित हुआ।”

लोबेरा ने कहा, ” मैं समझता हूं कि बेंगलुरू की टीम हमसे बेहतर नहीं थी। साथ ही मैं समझता कि हम भी बेंगलुरू से अच्छा खेले। हम वैसा खेले, जैसा खेलना चाहते थे। हमें अपने खेल पर गर्व है। मेरे खिलाड़ियों ने काफी मेहनत की। हमारा सामना एक महान टीम से हो रहा था और कोई भी विजेता बन सकता था।”

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस

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