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17 मई को मनाया जाएगा प्रदोष व्रत

प्रदोष व्रत का बहुत महत्व माना जाता हैं। वही इस दिन भगवान शिव की पूजा उपासना की जाती हैं यह व्रत हिंदू चंद्रमास के 13वें दिन आता हैं ऐसा कहा जाता हैं, कि इस दिन व्रत करने वाले मनुष्य को दो गायों का दान करने के बराबर फल की प्राप्ति होती हैं इस दिन महादेव के साथ माता पार्वती की भी पूजा अर्चना की जाती हैं। इस दिन पूजा पाठ और दान का बहुत ही महत्व होता हैं इस व्रत को अपने शत्रु से विजय प्राप्ति के लिए भी करते हैं।
17 मई को मनाया जाएगा प्रदोष व्रत

वैसे तो हिंदू धर्म में कई सारे व्रत और त्योहार होते हैं, मगर प्रदोष व्रत का बहुत अधिक महत्व माना जाता हैं। वही इस दिन भगवान शिव की पूजा उपासना की जाती हैं वही आपको बता दें, कि यह व्रत हिंदू चंद्रमास के 13वें दिन आता हैं ऐसा कहा जाता हैं, कि इस दिन व्रत करने वाले मनुष्य को दो गायों का दान करने के बराबर फल की प्राप्ति होती हैं 17 मई को मनाया जाएगा प्रदोष व्रतवही प्रदोष व्रत और पूजा पाठ से व्यक्ति के सभी पापों का नाश हो जाता हैं वही इस दिन देवो के देव महादेव के साथ माता पार्वती की भी पूजा अर्चना की जाती हैं।17 मई को मनाया जाएगा प्रदोष व्रत

वही आपको बता दें, कि इस दिन पूजा पाठ और दान का बहुत ही महत्व होता हैं कुछ लोग इस व्रत को अपने शत्रु से विजय प्राप्ति के लिए भी करते हैं। वही कई लोगो के दुख दूर होते हैं और कर्ज से भी मुक्ति मिल जाती हैं। वही भगवान भोलेनाथ और देवी मां पार्वती लोगो की हर इच्छा को पूर्ण करती हैं।17 मई को मनाया जाएगा प्रदोष व्रत वही प्रदोष व्रत को करने के लिए व्यक्ति को सुबह जल्दी उठकर सबसे पहले स्नान करते हैं वही इसके बाद भगवान शिव को बेल पत्र, चावल,पुष्प, धूप, दीप,फल, पान सुपारी आदि अर्पित किया जाता हैं वही इसके बाद भगवान भोलेनाथ के साथ साथ माता पार्वती की भी पूजा की जाती हैं 17 मई को मनाया जाएगा प्रदोष व्रतवही इस बार प्रदोष का व्रत शुक्रवार के दिन पड़ रहा हैं। वही इस दिन को बहुत ही शुभ और खास बताया जा रहा हैं। वही शुक्रवार के दिन होने वाला प्रदोष व्रत सौभाग्य और दाम्पत्य जीवन की सुख शांति के लिए किया जाता हैं।17 मई को मनाया जाएगा प्रदोष व्रत

प्रदोष व्रत का बहुत महत्व माना जाता हैं। वही इस दिन भगवान शिव की पूजा उपासना की जाती हैं यह व्रत हिंदू चंद्रमास के 13वें दिन आता हैं ऐसा कहा जाता हैं, कि इस दिन व्रत करने वाले मनुष्य को दो गायों का दान करने के बराबर फल की प्राप्ति होती हैं इस दिन महादेव के साथ माता पार्वती की भी पूजा अर्चना की जाती हैं। इस दिन पूजा पाठ और दान का बहुत ही महत्व होता हैं इस व्रत को अपने शत्रु से विजय प्राप्ति के लिए भी करते हैं। 17 मई को मनाया जाएगा प्रदोष व्रत

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