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प्रदोष व्रत 2018: इस पूजा से प्रसन्न होंगी माता पार्वती और शिव शंकर देंगे वरदान, जानिए इसकी पूरी विधि

प्रदोष काल में की जाने वाली साधना,व्रत और पूजन को प्रदोष व्रत या फिर अनुष्ठान कहा जाता हैं। भगवान शिव की साधना आराधना से जुड़ा हुआ यह व्रत प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी वाले दिन किया जाता हैं। मान्यता हैं,कि भगवान शिव को प्रसन्न करने वाले सभी व्रतों में से
प्रदोष व्रत 2018: इस पूजा से प्रसन्न होंगी माता पार्वती और शिव शंकर देंगे वरदान, जानिए इसकी पूरी विधि

प्रदोष काल में की जाने वाली साधना,व्रत और पूजन को प्रदोष व्रत या फिर अनुष्ठान कहा जाता हैं। भगवान शिव की साधना आराधना से जुड़ा हुआ यह व्रत प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी वाले दिन किया जाता हैं। मान्यता हैं,कि भगवान शिव को प्रसन्न करने वाले सभी व्रतों में से यह व्रत बहुत जल्दी ही उनकी कृपा और शुभ फल दिलाने वाला हैं।प्रदोष व्रत 2018: इस पूजा से प्रसन्न होंगी माता पार्वती और शिव शंकर देंगे वरदान, जानिए इसकी पूरी विधि

मान्यता यह भी हैं,कि प्रदोषकाल में भगवान शिव कैलास पर्वत पर प्रसन्न मुद्रा में नृत्य करते हैं। ऐसे में इस पावन तिथि पर शिव की साधना करने से वे जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों को धन-धान्य से परिपूर्ण करते हैं। प्रदोष व्रत में शिव संग शक्ति यानी की माता पार्वती की पूजा की जाती हैं। प्रदोष व्रत 2018: इस पूजा से प्रसन्न होंगी माता पार्वती और शिव शंकर देंगे वरदान, जानिए इसकी पूरी विधि

पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक प्रदोष व्रत करने वाले साधक पर सदैव भगवान शिव की कृपा बनी रहती हैं, और उसके जीवन से जुड़े सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। धर्म और मोक्ष से जोड़ने वाले, अर्थ और काम से मुक्त करने वाले इस व्रत को शास्त्रों में आर्रोय और लंबी आयु प्रदान करने वाला बताया गया हैं। वही शिव की कृपा से दु:ख दारिद्रय दूर होता हैं, और कर्ज से मुक्ति प्राप्त हो जाती हैं।प्रदोष व्रत 2018: इस पूजा से प्रसन्न होंगी माता पार्वती और शिव शंकर देंगे वरदान, जानिए इसकी पूरी विधि

दिनों के हिसाब से मिलता हैं इसका फल—
प्रदोष काल में किये जाने वाले नियम, व्रत एवं पूजन को प्रदोष व्रत या फिर अनुष्ठान कहा जाता हैं। शिव और पार्वती की पूजा से जुड़ा यह पावन व्रत का फल प्रत्येक वार के हिसाब से अलग-अलग प्राप्त होता हैं।

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