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राजस्थान, उत्तर प्रदेश में गुलाबी, पीली टिड्डियां सक्रिय : कृषि मंत्रालय

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, चुरू, झुंझुनू, पाली, सीकर और उत्तर प्रदेश के बलरामपुर तथा बहराइज जिलों में छोटी गुलाबी टिड्डी और वयस्क पीले टिड्डी सक्रिय हैं, लेकिन नियंत्रण अभियान लगातार जारी है। मंत्रालय ने बताया कि बीती रात राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर,
राजस्थान, उत्तर प्रदेश में गुलाबी, पीली टिड्डियां सक्रिय : कृषि मंत्रालय

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, चुरू, झुंझुनू, पाली, सीकर और उत्तर प्रदेश के बलरामपुर तथा बहराइज जिलों में छोटी गुलाबी टिड्डी और वयस्क पीले टिड्डी सक्रिय हैं, लेकिन नियंत्रण अभियान लगातार जारी है। मंत्रालय ने बताया कि बीती रात राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, चुरू, झुंझुनू और सीकर जिलों में 27 स्थानों पर, उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में एक स्थान पर, गुजरात के कच्छ जिले के दो स्थानों पर नियंत्रण अभियान चलाया गया।

इसके अलावा, संबंधित राज्यों के कृषि विभाग विभागों द्वारा भी नियंत्रण अभियान चलाया गया। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर और बहराइच जिलों में दो-दो स्थानों पर और राजस्थान के पाली जिले में एक स्थान पर टिड्डियों के छोटे समूहों और बिखरे हुए टिड्डियों के खिलाफ अभियान चलाया गया।

मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 11 अप्रैल से लेकर 14 जुलाई, 2020 तक टिड्डी सर्कल कार्यालयों (एलसीओ) द्वारा राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश और हरियाणा राज्यों के 1,68,315 हेक्टेयर क्षेत्र में नियंत्रण अभियान चलाया गया है। वहीं 14 जुलाई, 2020 तक राज्य सरकारों द्वारा राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, हरियाणा और बिहार के 1,47,321 हेक्टेयर क्षेत्र में नियंत्रण अभियान चलाया गया है।

वर्तमान में स्प्रे उपकरण लगे वाहनों से युक्त 79 नियंत्रण दल और केन्द्र सरकार के 200 से ज्यादा कर्मचारी, 50 तकनीक अधिकारी और संविदा आधार पर 22 चालक टिड्डी नियंत्रण अभियान से जुड़े हुए हैं और यूके से 15 नए उल्वामास्ट स्प्रेयर भारत पहुंच चुके हैं।

इसके अलावा, ऊंचे पेड़ों और दुर्गम क्षेत्रों में कीटनाशकों के छिड़काव के माध्यम से टिड्डियों के प्रभावी नियंत्रण के लिए बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, नागौर और फलोदी जिलों में 5 कंपनियों के 15 ड्रोन तैनात कर दिए गए हैं। आवश्यकता के आधार पर अनुसूचित रेगिस्तानी क्षेत्र में उपयोग के लिए राजस्थान में एक बेल हेलीकॉप्टर तैनात किया गया है।

हालांकि मंत्रालय ने बताया कि गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, बिहार और हरियाणा राज्यों में फसलों को कोई खास नुकसान दर्ज नहीं किया गया, जबकि राजस्थान के कुछ जिलों में फसलों को कुछ मामूली नुकसान हुआ है।

उधर, खाद्य एवं कृषि संगठन ने सोमवार की अपनी रिपोर्ट फिर कहा है कि भारत-पाक सीमा पर प्रजनन की शुरूआत पहले ही हो चुकी है, जहां जुलाई में बड़ी मात्रा में अंडे दिए जाएंगे और झुंड निर्माण होगा, जिससे अगस्त के मध्य तक पहली पीढ़ी के ग्रीष्मकालीन झुंड तैयार होंगे।

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस

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