मोर नहीं है ब्रह्मचारी ये अन्य पक्षियों की तरह ही करते हैं मिलन, जानिये हैरान कर देने वाला सच
जयपुर। राष्ट्रीय पक्षी मोर के बारे में हम सब जानते है ये सबसे सुंदर पक्षी का दर्जा पान वाला है। जैसा की जानते है कि मोर और मोरनी जब नाचते है तो बहुत ही रमणीय दृश्य उत्पन्न होता है इसको देखने के लिए सावन का इंतजार करना पड़ता है वैसे ये दुनिया में सबसे पाक माने जाते हैं लेकिन आप को जानकर है हैरानी होगी कि पिछले कुछ सालों से मोर और मोरनी को लेकर एक विवाद चल रहा था।
आपको जानकारी दे दे कि कुछ संगठनों का कहना था कि मोर आजीवन ब्रह्मचारी रहता है इसी कारण से तो इनको पंखों को इतना पवित्र माना जाता है। लेकिन यह मिथ तोड़ते हुए राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश महेश चंद शर्मा ने अपना फैसला सुनाया है ये ब्रह्मचर्य नहीं है। जानकारी दे दे कि न्यायालय ने मोर के ब्रह्मचर्य को लेकर किए जा रहे दावे को पूरी तरह से ख़ारिज कर दिया है। बता दे कि ये सभी पक्षी विशेषज्ञों की राय लेकर यह फैसला लिया गया है कि मोर मोरनी भी एक आम पक्षी की तरह की संगम करते हुए अपना वंश आगे बढ़ाते हैं। आपको तो पता ही है
कि कुछ लोगों को कहना था कि मोर को राष्ट्रीय पक्षी इसलिए घोषित किया है क्योंकि वह आजीवन ब्रह्मचारी रहता है लेकिन अब ये साबित हो चुका है कि ये ब्रह्मचर्य नहीं है। वैज्ञानिकों इसके बारे में बताया कि मोर और मोरनी में एवियन प्रजनन अंग की तरह काम करता है बता दे कि इसे क्लोअका भी कहा जाता है इससे इनके बीच निषेचन की प्रक्रिया को संपन्न होती है।