जानिए पौष पूर्णिमा पर स्नान, दान का महत्व
आपको बता दें कल यानी की 10 जनवरी को पौष के महीने की पूर्णिमा हैं और इसी दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण भी लग रहा हैं धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक पौष पूर्णिमा का विशेष महत्व होता हैं। इस तिथि पर तीर्थ में स्नान दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती हैं मोक्ष प्राप्ति के लिए इस दिन का बहुत ही महत्व बताया गया हैं पौष पूर्णिमा पर काशी, प्रयाग और हरिद्वार में स्नान करने का विशेष महत्व होता हैं तो आज हम आपको पौष पूर्णिमा के दिन स्नान, दान के महत्व और शुभ मुहूर्त के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं। जानिए पौष पूर्णिमा शुभ मुहूर्त—
पूर्णिमा प्रारंभ 10 जनवरी रात 2.30 बजे।
पूर्णिमा सम्पात 11 जनवरी की रात 12.10 बजे।
जानिए पूर्णिम स्नान, पूजन और दान पुण्य विधि—
पौष पूर्णिमा पर सूर्योदय से पहले उठ जाना चाहिए। अगर संभव हो तो इस दिन तीर्थ या पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए यह शुभ माना जाता हैं, अगर आप तीर्थ या पवित्र नदियों में स्नान नहीं कर सकते हैं तो इस दिन नहाने वाले पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करना भी शुभ होता हैं। वही पौष पूर्णिमा के पावन दिन शुक्रवार दस जनवरी को ही इस साल का पहला चंद्र ग्रहण भी लगने वाला हैं इस चंद्र ग्रहण की अवधी करीब चार घंटे की रहेगी। ग्रहण की शुरुवात 10 जनवरी की रात 10 बजकर 39 मिनट से हो जाएगी और यह दो बजकर 40 मिनट पर समाप्त हो होगी। भारत में केवल छाया चंद्र ग्रहण ही पड़ेगा। इस साल भारत में सिर्फ छाया चंद्र ग्रहण होने से इसका महत्व अधिक नहीं हैं मगर पूर्णिमा की वजह से इस दिन स्नान और दान का विशेष महत्व बताया गया हैं।