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एसिड के कारण यादों को स्टोर रखता है हमारा दिमाग

जयपुर। हमारा मस्तिष्क अपने जीवनकाल में अनगिनत यादें सहेजकर रखता है इसकी मेमोरी कितनी जीबी की है इसका तो आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं। लेकिन कभी आपने सोचा है कि ये किस कारण से ये इतना डेटा स्टोर करके रख लेता है। हमारा दिमाग एक स्टोर रूम की तरह नज़र आयेगा अगर इसको
एसिड के कारण यादों को स्टोर रखता है हमारा दिमाग

जयपुर। हमारा मस्तिष्क अपने जीवनकाल में अनगिनत यादें सहेजकर रखता है इसकी मेमोरी कितनी जीबी की है इसका तो आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं। लेकिन कभी आपने सोचा है कि ये किस कारण से ये इतना डेटा स्टोर करके रख लेता है। हमारा दिमाग एक स्टोर रूम की तरह नज़र आयेगा अगर इसको हम विजुवल करके देखे तो। इसी विषय पर एक शोध से ज्ञात हुआ है कि अवांछित विचारों तथा बुरी यादों को स्टोर करने के लिये दिमाग एक विशेष प्रकार के अम्ल का उपयोग करता हैएसिड के कारण यादों को स्टोर रखता है हमारा दिमाग

चौंकिये मत ये सच है वैसे शरीर की कई क्रियायें कई तरह के केमिकलों पर निर्भर करती है। नेचर कम्यूनिकेशंस जर्नल में पब्लिश शोध में यह बात साबित हुई है किय यादों को स्टोर करने के लिए दिमाग एक तरह के एसिड का प्रयोग करता है। आपको बता दो कि केमिकल को गाबा या गामा एमिनो ब्यूटिरिक एसिड कहते है। आपको बात दे कि गाबा एसिड मुख्य रूप से एक न्यूरोट्रांसमीटर के रूप में कार्य करता है। बता दे कि न्यूरोट्रांसमीटर एक ब्रेन केमिकल होता है, जो कि हमारे व्यवहार, जज़्बात, विचारों पर कंट्रोल रखने का काम करता है।एसिड के कारण यादों को स्टोर रखता है हमारा दिमाग

उदाहरण के लिए बता दे कि जब हम किसी चीज का नशा करते हैं, नींद पूरी नहीं होती है, मूड खराब होता है, चिड़चिड़ापन या उदासी हावी हो जाती है, इनके कारण से माइंड में न्यूरोट्रांसमीटर केमिकल का बैलेंस बिगड़ जाता है और व्यक्ति धीरे-धीरे डिप्रेशन में चला जाता है। आपको जानकारी दे दे कि सभी न्यूरोट्रांसमीटर की तरह गाबा भी मस्तिष्क के भीतर न्यूरॉन्स के दरमियाँ संचार स्थापित करता है लेकिन इसकी मात्रा कम होने पर अल्जाइमर जैसी बीमारी होती है,एसिड के कारण यादों को स्टोर रखता है हमारा दिमाग

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