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सिर्फ धूम्रपान ही नहीं, वायु प्रदूषण जैसे अन्य कारण भी बनाते हैं फेफडों का कैंसर

दिमाग को सावधान करने के लिए कैंसर शब्द ही काफी है। हालांकि लोग हमेशा से ही से बीमारी को और इसके प्रभावों को हलके में लेते हैं लेकिन पूरी जिंदगी को कुछ पल में ही स्थिगत करने के लिए के साइड इफैक्टस् काफी हैं। सिगरेट और तंबाकू के पैकेट्स पर भी इसके हानिकारक दुषप्रभावों के
सिर्फ धूम्रपान ही नहीं, वायु प्रदूषण जैसे अन्य कारण भी बनाते हैं फेफडों का कैंसर

दिमाग को सावधान करने के लिए कैंसर शब्द ही काफी है। हालांकि लोग हमेशा से ही से बीमारी को और इसके प्रभावों को हलके में लेते हैं लेकिन पूरी जिंदगी को कुछ पल में ही स्थिगत करने के लिए के साइड इफैक्टस् काफी हैं। सिगरेट और तंबाकू के पैकेट्स पर भी इसके हानिकारक दुषप्रभावों के बारे में लिखा होता है लेकिन लोग उसे पढने से ज्यादा उसका सेवन करना ज्यादा जरूरी समझते हैं। लेकिन जानकारी के लिए बता दें कि कैंसर बढाने के लिए तंबाकू और सिगरेट ही एक कारण नहीं है। एक शोध में बताया गया है कि फेफड़ों के कैंसर सिर्फ स्मोकिंग से होने वाली बीमारी नहीं है बल्कि इसके पीछे तमाम और भी तरह के कारण हो सकते हैं। इसलिए हम आपको उन्हीं कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं ताकि आप उनसे बचाव करके खुद को स्वस्थ रख पाएं-

पैसिव स्मोकिंग

बेशक ही आप स्मोकिंग ना करते हों लेकिन अगर आप स्मोकिंग करने वाले लोगों के संपर्क में रहते हैं तो आपके शरीर में भी लंग कैंसर का खतरा बढ जाता है। बता दें कि इसी तरह की स्मोकिंग को ही पैसिव स्मोकिंग कहते हैं। यूरोप में हुए एक शोध की मानें तो, पैसिव स्मोकिंग करने वाले नॉन-स्मोकर्स में भी सिर्फ संपर्क में आने के कारण कैंसर होने का खतरा एक चौथाई गुना तक बढ़ जाता है, जो बहुत ही खतरनाक है।

एस्बेस्ट्स प्वॉइजनिंग

दरअसल, अस्थाई घरों में अक्सर छत के तौर पर एस्बेस्ट्स शीट का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इसका इसतेमाल फेफड़ों में कैंसर का मुख्य कारण हो सकता है। क्योंकि एस्बेस्ट्स में मौजूद सिलिकेट फाइबर्स आपके फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। बता दें कि एस्बेस्ट्स की छत लगाने वाले मजदूरों में फेफड़ों के कैंसर होने का खतरा काफी ज्यादा होता है।

फेफड़ों की बीमारी

फेफड़ों से संबंधित कोई भी गंभीर बीमारी है आपके फेफड़ों में कैंसर का कतरा पैदा कर सकती है। कई गंभीर बीमारी जैसे-टीबी, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस, एम्फाजिमा ये सभी बीमारिया कैंसर के खतरों की बडी वजह हो सकती हैं। इसलिए अगर आप इनमें से किसी भी बीमारी से पीडित हो चुके हैं तो भी आपमें लंग कैंसर होने का खतरा ज्यादा हो जाता है। और ऐसे में अगर आप स्मोकर हैं तो आपको ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड सकता है।

वायु प्रदूषण

वायु प्रदूषण आज के समय की सबसे ज्यादा हानि पहुंचाने वाली समस्या है हालांकि इसको फैलाने में हाथ भी इंसान का ही है। आपको बता दें कि हवाओं में मौजूद कैर्सिनोजेनिक और म्यूटाजेनिक केमिकल्स आपके फेफड़ों को कापी ज्यादा नुकसान पहुंचाने के लिए काफी होते हैं। जो आगे चलकर फेफड़ों में कैंसर की वजह बन जाते हैं।

आनुवंशिक कारण

फेफड़ों के कैंसर पर हुए एख शोध में यह सामने आयया है कि फेफड़ों का कैंसर होने की आनुवंशिक वजहें भी हो सकती हैं। इसका अर्थ यह है कि अगर आपके परिवार में किसी को फेफड़ों का कैंसर हुआ है तो आपके अंदर भी इस बीमारी का खतरा बना हुआ होता है। अगर आप स्मोकर नहीं हैं तो ये कारण आपमें कैंसर लाने के लिए जिम्मेदार है।

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