हारों के मौसम में डायबिटीज़ वाले परहेज की है जरूरत
जयपुर । त्यौहारों का मौसम है ऐसे में मिठाई , मसाला खानपान इंका दौर बहुत ज्यादा रहता है । इतना ही नहीं यह खानपान हम बहुत ही ज्यादा मात्रा में भी करते हैं । कई कई लोग तो ऐसे भी हैं जिनको आहार के नाम पर सिर्फ छूट मिलने की देर रहती है और वह खाने पर आकरमन कर देते हैं ।
आज हम आपको ब्वाटने जा रहे हैं की जिस तरह के आहार का सेवन हम त्यौहारों में करते हैं उनका सेवन थोड़ा संभल कर करना चाहिए । आज हम आपको बताने जा रहे हैं की आपको सिर्फ डायबिटीज़ का ही ध्यान ही नहीं बल्कि हमको आहार में और भी कई सारी बातों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है ।
पेय पदार्थ जिसमें चीनी या आर्टिफिशल स्वीटनर्स का इस्तेमाल किया गया हो वह डायबीटीज के मरीजों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक होता है। सोडा, आइस टी या पैक्ड फ्रूट जूस जैसी चीजों में फ्रक्टोज की मात्रा काफी अधिक होती है जिससे आपका इंसुलिन रेजिस्टेंस गड़बड़ हो सकता है और डायबीटीज की समस्या बढ़ सकती है। चीनी की अधिक मात्रा कलेस्ट्रॉल लेवल को भी बुरी तरह से प्रभावित कर सकती है।
त्योहारों के मौके पर अक्सर स्टार्ट्स के साथ सॉस और मेयोनीज सर्व किया जाता है। इस तरह के कॉन्डिमेंट्स में चीनी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो आपके ब्लड शुगर लेवल को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। साथ ही खाने के टेस्ट को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाला हनी और मेपल सीरप भी डायबीटीज के मरीजों के लिए बिलकुल सेफ नहीं है।
आलू के पैक्ड चिप्स, वेफर्स इस तरह की चीजों में कार्ब्स और नमक की मात्रा बहुत अधिक होती है जिससे आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। साथ ही इस तरह के पैक्ड फूड आइटम्स पूरी तरह से अनहेल्दी होते हैं और इनमें किसी तरह का कोई न्यूट्रिशन नहीं होता।