Samachar Nama
×

इंडस्ट्री में कॉरपोरेट कल्चर से बिल्कुल खुश नहीं है आदित्य नारायण

उदित नारायण के बेटे आदित्य नारायण ने आईएनएस से बातचीत में म्यूजिक कल्चर के बारे में अपनी राय रखी हैं। उन्होंने कहा कि, जब से म्यूजिक इंडस्ट्री में कॉरपोरेट कल्चर आया है, तब से म्यूजिक लेबल्स ने सिंगर्स के साथ कॉन्ट्रेक्ट साइन करने शुरू कर दिए हैं। वे चाहते हैं कि आर्टिस्ट्स उन्हें अपनी हर परफॉर्मेंस में कुछ हिस्सा दें, वे हमारे लाइव गिग्स और एसाइनमेंट्स से कुछ हिस्सा प्रॉफिट कमाते हैं, मैं ऐसे सिस्टम के साथ कंफर्टेबल नहीं हूं।
 इंडस्ट्री में कॉरपोरेट कल्चर से बिल्कुल खुश नहीं है आदित्य नारायण

मशहूर सिंगर और टीवी होस्ट आदित्य नारायण इन दिनों एक खास वजह से सुर्खियों में बने हुए हैं। जी हां आपको बता दें कि आदित्य नारायण आजकल के म्यूजिक कल्चर से बिल्कुल संतुष्ट नहीं हैं। हाल ही में एक बातीचीत के दौरान उन्होंने इस टॉपिक पर खुलकर बात की और अपनी राय भी रखी है। उदित नारायण के बेटे आदित्य नारायण ने आईएनएस से बातचीत में म्यूजिक कल्चर के बारे में अपनी राय रखी हैं।  इंडस्ट्री में कॉरपोरेट कल्चर से बिल्कुल खुश नहीं है आदित्य नारायणउन्होंने कहा कि, जब से म्यूजिक इंडस्ट्री में कॉरपोरेट कल्चर आया है, तब से म्यूजिक लेबल्स ने सिंगर्स के साथ कॉन्ट्रेक्ट साइन करने शुरू कर दिए हैं। वे चाहते हैं कि आर्टिस्ट्स उन्हें अपनी हर परफॉर्मेंस में कुछ हिस्सा दें, वे हमारे लाइव गिग्स और एसाइनमेंट्स से कुछ हिस्सा प्रॉफिट कमाते हैं, मैं ऐसे सिस्टम के साथ कंफर्टेबल नहीं हूं। इंडस्ट्री में कॉरपोरेट कल्चर से बिल्कुल खुश नहीं है आदित्य नारायण

आदित्य ने कहा कि, मैं एक सिंगर हूं और दिल से म्यूजिशियन हूं और म्यूजिक मेरी आत्मा में है, लेकिन हम एक अलग दौर में रह रहे हैं। ये दौर उस दौर से बेहद अलग है जब मेरे पिता अपने प्राइम पर थे। ये उस दौर से भी अलग है जब श्रेया घोषाल, सोनू निगम, सुनिधि चौहान जैसे आर्टिस्ट्स अपनी सिंगिंग के लिए जाने जाते थे। ये सभी लोग उस दौर में परिवार की तरह रहा करते थे। इंडस्ट्री में कॉरपोरेट कल्चर से बिल्कुल खुश नहीं है आदित्य नारायण

उन्होंने आगे कहा कि, ‘वो लोग म्यूजिक डायरेक्टर्स के साथ मिलकर संगीत बनाते थे और सफलता और असफलता सब साथ में मनाते थे लेकिन अब चीजें बदल चुकी हैं। एक बेहद मजबूत सिस्टम से लड़ने के लिए मेरे पास पैसे होने चाहिए और ऐसा स्ट्रॉन्ग बैकअप होना चाहिए कि मैं स्वतंत्र तरीके से अपने सॉन्ग्स को मार्केट में उतार सकूं। यही कारण है कि मैं टीवी शोज और लाइव गिग्स पर ज्यादा ध्यान दे रहा हूं। मैं बेहद सौभाग्यशाली हूं कि मैं सबसे ज्यादा कमाई करने वाले टीवी एंटरटेनर में शामिल हूं। मेरे लिए इंडीपेंडेंट म्यूजिक का मतलब है आर्टिस्ट को गाने लिखने, कंपोज करने और म्यूजिक लेबल के दबाव में परफॉर्म करने से आजादी मिले।’ इंडस्ट्री में कॉरपोरेट कल्चर से बिल्कुल खुश नहीं है आदित्य नारायण

उदित नारायण के बेटे आदित्य नारायण ने आईएनएस से बातचीत में म्यूजिक कल्चर के बारे में अपनी राय रखी हैं। उन्होंने कहा कि, जब से म्यूजिक इंडस्ट्री में कॉरपोरेट कल्चर आया है, तब से म्यूजिक लेबल्स ने सिंगर्स के साथ कॉन्ट्रेक्ट साइन करने शुरू कर दिए हैं। वे चाहते हैं कि आर्टिस्ट्स उन्हें अपनी हर परफॉर्मेंस में कुछ हिस्सा दें, वे हमारे लाइव गिग्स और एसाइनमेंट्स से कुछ हिस्सा प्रॉफिट कमाते हैं, मैं ऐसे सिस्टम के साथ कंफर्टेबल नहीं हूं। इंडस्ट्री में कॉरपोरेट कल्चर से बिल्कुल खुश नहीं है आदित्य नारायण

Share this story