Samachar Nama
×

नीतीश प्रवासी मजदूरों से पूछ लेते, पंजाब-हरियाणा का कैसे हुआ विकास : Dipankar

बिहार में विपक्षी दलों के महागठबंधन के साथ चुनाव लड़ रहे भाकपा (माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने सोमवार को आरोप लगाया कि पिछले 15 वर्षो में सरकार की विकास के प्रति कोई मंशा ही नहीं दिखी। उन्होंने कहा कि, “कम से कम प्रवासी मजदूरों से ही नीतीश कुमार को पूछ लेना चाहिए था कि
नीतीश प्रवासी मजदूरों से पूछ लेते, पंजाब-हरियाणा का कैसे हुआ विकास : Dipankar

बिहार में विपक्षी दलों के महागठबंधन के साथ चुनाव लड़ रहे भाकपा (माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने सोमवार को आरोप लगाया कि पिछले 15 वर्षो में सरकार की विकास के प्रति कोई मंशा ही नहीं दिखी। उन्होंने कहा कि, “कम से कम प्रवासी मजदूरों से ही नीतीश कुमार को पूछ लेना चाहिए था कि विकास कैसे होता है। यही मजदूर बाहर जाकर दूसरे प्रदेशों का विकास कर रहे हैं।” जहानाबाद और पटना में अलग-अलग चुनावी रैली को संबोधित करते हुए भट्टाचार्य ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस बयान को हास्यास्पद कहा जिसमें उन्होंने कहा था कि बिहार में औद्योगिक विकास नहीं होने का कारण समुद्र तल का होना नहीं है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि, “क्या नीतीश कुमार यह कहना चाहते हैं कि बिहार में कभी औद्योगिक विकास होगा ही नहीं?”

उन्होंने आगे कहा, “आज देश में पंजाब व हरियाणा जैसे प्रदेश विकसित प्रदेश माने जाते हैं। वे इलाके बिहारी प्रवासी मजदूरों के ही श्रम से विकसित हुए हैं। कम से कम प्रवासी मजदूरों से ही नीतीश कुमार को पूछ लेना चाहिए था कि विकास कैसे होता है। यही मजदूर बाहर जाकर दूसरे प्रदेशों का विकास कर रहे हैं, लेकिन बिहार औद्योगिक और अन्य दूसरे लिहाज से पिछड़ा का पिछड़ा बना हुआ है।”

उन्होंने कहा कि, “मजदूरों के साथ-साथ बड़े पैमाने पर छात्रों व युवाओं का पलायन हो रहा है। उनके परिश्रम से दूसरे प्रदेश विकसित हो रहे हैं। बिहार में लेकिन इनके पास कुछ नहीं है।”

उन्होंने कहा, “शिक्षा के लिए उन्हें दूसरे राज्यों में पलायन करना पड़ता है। यह तथाकथित डबल इंजन की सरकार इतनी निकम्मी साबित हुई कि आज तक पटना विवि को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा तक नहीं दिला सका।”

उल्लेखनीय है कि वामपंथी दल यहां राजद और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।

न्यजू स्त्रोत आईएएनएस

Share this story