Samachar Nama
×

पेटदर्द या अपच को कभी भी हल्के में नहीं ले, हो सकती है बड़ी समस्या

हाल ही में वैज्ञानिकों ने अध्ययन के बाद बताया है कि पेटदर्द या अपच के दर्द को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। क्योंकि क्योंकि गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर (पेट की आंतों या पेट के कैंसर) भारत में चौथा सबसे ज्यादा संख्या में लोगों को होने वाला कैंसर बन गया है। और पेटदर्द या अपच इसके शुरूआती लक्षण होते हैं।
पेटदर्द या अपच को कभी भी हल्के में नहीं ले, हो सकती है बड़ी समस्या

जयपुर। जब कभी भी किसी को पेट में हल्का दर्द होता है तो उसे एक सामान्य समस्या मानकर नजर अंदाज कर दिया जाता है। लेकिन हाल ही में इसके संबंध में वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि यदि कभी पेट में दर्द या अपच की समस्या हो तो उसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।

पेटदर्द या अपच को कभी भी हल्के में नहीं ले, हो सकती है बड़ी समस्या

क्योंकि गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर (पेट की आंतों या पेट के कैंसर) भारत में चौथा सबसे ज्यादा संख्या में लोगों को होने वाला कैंसर बन गया है। पिछले साल जीआई कैंसर के 57,394 मामले सामने आए। यह महिलाओं की तुलना में पुरुषों को ज्यादा प्रभावित करता है।

पेटदर्द या अपच को कभी भी हल्के में नहीं ले, हो सकती है बड़ी समस्या

चिकित्सको के अनुसार पेट दर्द और असहजता होना, लगातार अपच बने रहना, मलोत्सर्ग की आदत में गड़बड़ी होना जीआई कैंसर के ज्यादातर मरीजों को शुरुआत लक्षणों में आते है। इसके बारे में डॉ. राजेश पुरी कहते है कि जीआई कैंसर की प्रकृति के संबंध में जागरूकता और इसका जल्दी से जल्दी पता लगाने के लिए जांच कार्यक्रमों की उपलब्धता की काफी आवश्यकता होती है।

पेटदर्द या अपच को कभी भी हल्के में नहीं ले, हो सकती है बड़ी समस्या

जीआई कैंसर का पता जीआई की स्क्रीनिंग, कोलोनोस्कोपी और एनबीआई एंडोस्कोपी की मदद से लगाया जा सकता है। गैस्ट्रोइंटेस्ट्रोलॉजी के हेड डॉ. वी. एम. दयाल का कहना है “चूंकि जीआई कैंसर रोग की स्थिति और लक्षणों के आधार अलग-अलग हो सकते हैं।

पेटदर्द या अपच को कभी भी हल्के में नहीं ले, हो सकती है बड़ी समस्या

इनमें अंतर करने के लिए और कैंसर के खास प्रकार का पता लगाने के लिए मरीजों की जल्द से जल्द जांच करना बेहद आवश्यक होता है। डॉक्टर कैंसर के बारे में बताते है कि किसी भी कैंसर का इलाज किया जा सकता है बस शर्त ये होती है कि इसका सही समय पर पता लगा लिया जाये। लेकिन जीआई कैंसर का पता दूसरी स्टेज पर पहुंचने के बाद चलता है। इससे बचाव के संबंध में डॉक्टर सलाह देते है कि इसके लक्षणों दिखाई देते ही जल्द से जल्द जांच करवा ले।

हाल ही में वैज्ञानिकों ने अध्ययन के बाद बताया है कि पेटदर्द या अपच के दर्द को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। क्योंकि क्योंकि गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर (पेट की आंतों या पेट के कैंसर) भारत में चौथा सबसे ज्यादा संख्या में लोगों को होने वाला कैंसर बन गया है। और पेटदर्द या अपच इसके शुरूआती लक्षण होते हैं। पेटदर्द या अपच को कभी भी हल्के में नहीं ले, हो सकती है बड़ी समस्या

Share this story