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एक देश ऐसा भी जहां है गायों के लिए अलग से टॉयलेट

हाल ही में नीदरलैंड सरकार ने गायों के लिए टॉयलेट बनाने का निर्णय लिया है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि गायों के गोमूत्र से निकलने वाला अमोनिया पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है। साथ ही इससे वायु प्रदुषण भी हो रही है। अलग से टॉयलेट को बनाने से यह भी फायदा होगा कि प्रत्येक गाय से 15 से 20 लीटर गोमूत्र इक्कठा किया जा सकता है।
एक देश ऐसा भी जहां है गायों के लिए अलग से टॉयलेट

जयपुर। क्या आपने कभी सोचा होगा कि जानवरों के लिए भी शौचालय बनाया जायेगा। शायद नहीं सुना होगा,आपने अभी तक यही सुना होगा कि इंसानों के लिए शौचालय बनाये जाते हैं। लेकिन आपाको यह जानकर हैरानी होगी कि एक देश ऐसा भी जहां पर गायों के लिए टॉयलेट बने हुए है।

एक देश ऐसा भी जहां है गायों के लिए अलग से टॉयलेट

जी हां, नीदरलैंड ने अपने देश में गायों के लिए शौचालय बनाने का निर्णय लिया है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि यहां पर गायों के मूत्र में पाये जाने वाले अमोनिया से यहां का वातरण दूषित हो रहा है। जिससे तरह—तरह कि बीमारियां फैल रहीं है। इन्हीं ​बीमारियों और प्रदुषण से बचने के लिए सरकार ने ये कदम उठाया है।

एक देश ऐसा भी जहां है गायों के लिए अलग से टॉयलेट

इसकी जानकारी वैज्ञानिक हेंक हेन्सकैंप ने दी है। उन्होंने एक रिसर्च किया था, जिसमें पाया गया कि गोमूत्र से निकलने वाला अमोनिया पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है। साथ ही इससे वायु प्रदुषण भी बढ़ रहा है। इस समस्या से निजात पाने के लिए हेंक ने ही ये सुझाव दिया था कि इन गायों के लिए अलग से टॉयलेट बनावाया जाना चाहिए।

एक देश ऐसा भी जहां है गायों के लिए अलग से टॉयलेट

इससे एक और फायदा ये भी होगा कि गायों के लिए अलग से टॉयलेट बनाने पर रोजाना 15 से 20 लीटर गोमूत्र भी इक्कठा हो जायेगा। जब हेंक द्वारा बताये गये इस सुझाव के बारे में चर्चा की गई तो, स्थानीय लोगों ने पहले इसकी जांच करने का निर्णय लिया।

एक देश ऐसा भी जहां है गायों के लिए अलग से टॉयलेट

उनमें से कुछ गायों के लिए अलग टॉयलेट बनाया गया और कुछ को ऐसे ही रखा गया। पर जब परिणाम सामने आये तो लोगों ने पाया कि टॉयलेट वाला निर्णय सही है। इसके बाद नीदरलैण्ड सरकार ने भी इसकी अनु​मति दे दी।

हाल ही में नीदरलैंड सरकार ने गायों के लिए टॉयलेट बनाने का निर्णय लिया है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि गायों के गोमूत्र से निकलने वाला अमोनिया पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है। साथ ही इससे वायु प्रदुषण भी हो रही है। अलग से टॉयलेट को बनाने से यह भी फायदा होगा कि प्रत्येक गाय से 15 से 20 लीटर गोमूत्र इक्कठा किया जा सकता है। एक देश ऐसा भी जहां है गायों के लिए अलग से टॉयलेट

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