SIFF से नवाजी जाएगें नवाजुद्दीन,जानें खबर
बॉलीवुड के गलियारो में उम्दा कलाकार नवाजुद्दीन सिद्दकी इन दिनों अपनी फिल्म मोतीचुर चकनाचुर को लेकर सुर्खियो में है।वही हाल ही मे फिल्म को लेकर एक नई जानकरी सामने आई है।जिसकी मानें तो नवाज को सिंगापुर इंटरनैशनल फिल्म फेस्टिवल ( SIFF ) में लेस्ली हो एशियन फिल्म टैलंट अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। 23 नवंबर को नवाज वाकई में इस अव़ॉर्ड को पा लेंगे।ऐसे में हाल ही में नवाज को कार्डिफ इंटरनैशनल फिल्म फेस्टिवल में गोल्डन ड्रेगन अवार्ड से नवाजा गया था। सिंगापुर फिल्म फेस्टिवल का यह 30वां एडिशन है।जिसे लेकर इन दिनो गलियारो में काफी चर्चा है।
वही इन दिनों मोतीचुर चकनाचुर को प्रमोट कर रही नवाजुद्दीन ने इंटरव्यू के दौरान अपने निजी और प्रोफेशनल लाइफ पर बात की नवाज ने इस दौरान अपने अवॉर्ड्स पर कहा- हम मेहनत सिर्फ इसलिए नहीं करते हैं कि हमको कोई अवॉर्ड मिले, बल्कि यह मेहनत इसलिए करते हैं ताकि खुद को जवाब दे सकें। जब कुछ दोस्त यार यह कह देते हैं कि आपका अभिनय कमाल का था, यह शब्द भी अवॉर्ड की तरह ही होते हैं।
बॉलीवुड के सुपरस्टार्स संग काम कर चुके नवाजुद्दीन के लिए मोतीचुर चकनाचुर काफी मामूली फिल्म है इसे हां करने के पीछे नवाज ने कहा- मोतीचूर की स्क्रिप्ट में जो किरदार मुझे ऑफर किया गया, उसके पास करने के लिए बहुत कुछ था, लाइट फिल्म, अच्छी कॉमिडी, रोमांटिक ऐंगल और बाजार में चलने वाली चीजें थीं, इसलिए इस फिल्म से जुड़ गया। मंटो, फोटोग्राफ और ठाकरे जैसी फिल्मों में इंटेंस किरदार निभाने के बाद मुझे थोड़ा लाइट किरदार करना था।
खैर नवाज अपनी फिल्मो की पॉपुलेरिटी अपने टैलेट से बढ़ाते है जिसे लेकर नवाज कहते है- मैं जिस भी स्क्रिप्ट में काम करना शुरू करता हूं, बहुत शिद्द्त के साथ करता हूं। एक अच्छी कहानी को परदे पर और भी बेहतर बनाने में फिल्म की पूरी टीम का हाथ होता है, सभी लोग मेहनत करते हैं।क्योंकि काफी समय से नवाज की आलोचना हो गई थी जिस पर नवाज नेकहा- मैंने आज तक कभी नखरे तो दिखाए नहीं, मेरे साथ कोई भी निर्देशक दूसरी बार काम इसलिए करना चाहता है क्योंकि मैं कोई नखरे नहीं दिखाए। मैं टाइम का बड़ा पाबंद हूं, समय से पहले पहुंचता हूं, मुझे यह नखरे करने वाली बातों पर कोई विश्वास नहीं, मुझे फिल्म मेकिंग की हर चीज से बहुत प्यार है, इसलिए सेट पर मैं समय से पहले आ जाता हूं। मैं बहुत ही पंक्चुअल हूं, हमेशा रहूंगा भी, मुझे इस बात का गर्व भी है कि मैं समय का बड़ा पाबंद हूं। मैं आज भी आपके सामने मैं समय पर ही आ गया था, आपने खुद देखा है।’
भले ही नवाज ने कई सुपरहिट फिल्में दी हो लेकिन इसके बावजूद उन्हें नेशनल अवॉर्ड से नहीं नवाजा गया जिसे लेकर नवाज कहते है- अब मैं अगर हर समय यही सोचता रहूं कि हाय मुझे नैशनल अवॉर्ड नहीं मिला तो काम नहीं कर पाऊंगा। नैशनल अवॉर्ड न सही मुल्क के बाहर तो मुझे कई अलग-अलग सम्मान से नवाजा गया है, यही बहुत है। मैं खुश हूं। मुझे लगता है इस समय मुझे जो काम मिल रहा है, वह मेरी औकात से ज्यादा काम मिल रहा है, मेरे लिए यही बहुत है। मिर्ज़ा गालिब की वह लाइन है न हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश में दम निकले, अब काम तो मिल रहा है, ऐसे में यह क्यों सोचना कि अवॉर्ड भी मिले, सारा कुछ सबको नहीं मिल जाता। मुझे नैशनल अवॉर्ड के न मिलने की कोई खलिश या पीड़ा नहीं है। मिलने वाले सम्मान को लेकर कोई खलिश नहीं रखनी चाहिए।बता दें मोतीचुर चकनाचुर इसी महीने 15 नवंबर को रिलीज होने जा रही है।