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हमेशा रखें ध्यान इन बातों का

मुँहासें एक बहुत ही आम बात हैं, जो तब होता है जब रोम छिद्र मृत त्वचा कोशिकाओं और त्वचा के स्राव से भरे होते हैं।एक अन्य अध्ययन से पता चलता है कि डेयरी भोजन लेने वालों में मुँहासे का सेवन तेज हो जाता है। एक हालिया प्रयोग ने मुँहासे और मोटापे के बीच संबंध दिखाया है, हालांकि मुँहासे और इंसुलिन चयापचय के बीच कोई संबंध नहीं है। गंदगी, बारिश का पानी और चेहरे पर कुछ भी लगाने से भी मुँहासों के होने का कारण बनते हैं। इसलिए कभी भी अपने चेहरे पर कुछ भी लगाने से पहले किसी डॉक्टर ms एक बार जरूर पूछ लें।
हमेशा रखें ध्यान इन बातों का

जयपुर। मुँहासें एक बहुत ही आम बात हैं, जो तब होता है जब रोम छिद्र मृत त्वचा कोशिकाओं और त्वचा के स्राव से भरे होते हैं। मुँहासें होने के कई कारण होते हैं जैसे चेहरे पर तेल, पसीना और सबसे अहम हमारी डाईट। मुँहासें हमारे चेहरे की सुंदरता को धीरे धीरे ख्तम कर देते हैं। मुँहासों क हटाने के कई तरीके हैं जैसे मुलतानी मिट्टि का पैक, एलोवेरा जेल आदि। आज आप इस लेख में पढेंगे कि कैसे आपकी डाईट एक बहुत ही महत्वपूर्ण रोल प्ले करती हैं। तो आईए जानते हैं –हमेशा रखें ध्यान इन बातों का

आहार और मुँहासे के बीच एक संबंध स्थापित करने के लिए विभिन्न अध्ययन किए गए हैं, लेकिन यह साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है कि आहार मुँहासे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कुछ परीक्षणों में उच्च ग्लाइसेमिक आहार के कारण मुँहासे तीव्रता से बढ़ रहे हैं।हमेशा रखें ध्यान इन बातों का

जो लोग डेयरी की चीजे ज्यादा खाते हैं उनके चेहरे पर अधिक मुँहासें हो जाते हैं। एक हालिया प्रयोग ने मुँहासे और मोटापे के बीच संबंध दिखाया है, हालांकि मुँहासे और इंसुलिन चयापचय के बीच कोई संबंध नहीं है। विटामिन बी 12 त्वचा में मुँहासे की समस्या पैदा कर सकता है।हमेशा रखें ध्यान इन बातों का

कई अध्ययनों से पता चला हैं कि जो लोग ज्यादा सोचते हैं या फिर ज्यादा चिंता करते हैं उन्हें मुँहासों की काफी ज्यादा दिक्कत होती हैं। गंदगी, बारिश का पानी और चेहरे पर कुछ भी लगाने से भी मुँहासों के होने का कारण बनते हैं। इसलिए कभी भी अपने चेहरे पर कुछ भी लगाने से पहले किसी डॉक्टर ेस एक बार जरूर पूछ लें। हमेशा रखें ध्यान इन बातों का

मुँहासें एक बहुत ही आम बात हैं, जो तब होता है जब रोम छिद्र मृत त्वचा कोशिकाओं और त्वचा के स्राव से भरे होते हैं।एक अन्य अध्ययन से पता चलता है कि डेयरी भोजन लेने वालों में मुँहासे का सेवन तेज हो जाता है। एक हालिया प्रयोग ने मुँहासे और मोटापे के बीच संबंध दिखाया है, हालांकि मुँहासे और इंसुलिन चयापचय के बीच कोई संबंध नहीं है। गंदगी, बारिश का पानी और चेहरे पर कुछ भी लगाने से भी मुँहासों के होने का कारण बनते हैं। इसलिए कभी भी अपने चेहरे पर कुछ भी लगाने से पहले किसी डॉक्टर ms एक बार जरूर पूछ लें।  हमेशा रखें ध्यान इन बातों का

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