choked movie review
फिल्म : चोक्ड (पैसा बोलता है)
कलाकार: सयामी खेर, रोशन मैथ्यू, अमृता सुभाष
निर्देशक: अनुराग कश्यप
अवधि 1 घंटा 54 मिनट
रिलीजिंग प्लेटफ़ॉर्म : नेटफ्लिक्स
स्टार रेटिंग : तीन
भारत में बहुत कम फिल्म निर्माता है जो गंभीर और अलग टॉपिक्स पर फिल्म बनाते है अनुराग कश्यप उन्ही में से एक हो । अनुराग अपने डार्क और भीड़ के हट क्र फिल्म बनाने के लिए मशहूर है फिर चाहे बात वास्पुर की हो या फिर ब्लैक फ्राइडे हो एक अलग तरह का सिनेमा आपको अनुराग की फ़िल्मो के जरिए देखने को मिलता है।
आज जहा बड़े बड़े फिल्म मेकर्स सिनेमा हॉल न खुलने से परेशान वही अनुराग अपनी फ़िल्मो को दूसरे प्लेटफ़ॉर्म पर उतारने से हिचखिचाते नहीं उसी कड़ी में अनुराग कश्यप की फिल्म चोक्ड: पैसा बोलता है दर्शकों के सामने आ चुकी है। इस बार अनुराग ने अपनी फिल्म के लिए ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म नेटफ्लिक्स का सहारा लिया है। ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म को भविष्य के विकल्प के रूप में भी देखा जा रहा है । हलाकि भारत में अभी ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म को कोई बड़ी कमियाबी नहीं मिल पाई है।
कहानी
चोक्ड की कहानी की बात करे तो यह एक लोवर मिडिल क्लास महिला सरिता की कहानी है जो बैंक बोरिंग नौकरी से अपना घर खर्च चला रही है।सरिता का पति एक म्यूजिशियन बनने के लिए मेहनत कर रहा है लेकिन उसको कोई सफलता नहीं मिल रही और काफी वक्त से खाली बेठा है । सरिता का भी एक सपना है वो सिंगर बनना चाहती है। सुशांत अपने पुराने बॉस रेड्डी से काफी कर्जे है , अब रेड्डी सरिता में पैसे चुकाने का दबाव बनाने लग गया है । हर मिडिल क्लास परिवार की तरह सरिता और उसका परिवार पैसो के लिए परेशां रहते है । एक दिन आचानक सरिता के किचन के ड़ेनेज से नोट निकने लगते और उनकी ज़िन्दगी बेहतर होने लगती है तभी पीएम मोदी नोतबंदी का ऐलान और उसके बाद सरिता की इस कहानी में ट्विस्ट आता है ।
एक्टिंग
अनुराग कश्यप की फ़िल्मो की अगर हम बात करे तो एक्टिंग इनकी फ़िल्मो का एक मुख्य बिंदु रही है बाकि फ़िल्मो की तरह इस फिल्मे में भी कभी सभी एक्टर्स ने अपने किरदार के साथ इंसाफ किया है। एक्ट्रेस सयामी खेर ने अपने किरदार के साथ बखूबी न्याय किया है। फिल्म के उठार चढ़ाव और फिल्म के हर एक पहलु के साथ उन्होंने अपने चहरे पर बहुत खूबसूरती के साथ दिखाया है ।
वही बात की जाये रोशन मैथ्यू की तो यह उनकी पहली हिंदी फिल्म है और उसमे ये अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे है।
मराठी फ़िल्मो में अपना नाम बना चुकी अमृता सुभाष ने फिल्म में भी अपना एक पॉवरफुल अदाकारा के रूप में साबित किया। अमृता पहले भी अनुराग साथ काम कर चुकी है
डायरेक्शन, सिनेमाटोग्राफी और बैकग्राउंड म्यूजिक
सिनेमाटोग्राफी की बात की जाये तो फ़लोरेस डिसूज़ा की महनत फिल्म में साफ़ नज़र आती है। जिस अंदाज़ा में उन्हीने लोवर मिडिल क्लास फेमिली को दर्शोको पहुचाया है वो तारीफ के काबिल है।
फिल्म के बैकग्राउंड म्यूजिक की अगर हम बात करे तो वो फिल्म की जान है । फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक आपको इतना बांध लेगा की आपको म्यूजिक के सामने सीन फीका लगने लगेगा ।
अनुराग के डायरेक्शन की बात करे तो वो अपने एक्टर्स से उनका बेस्ट निकलने में तो कामयाब हुए लेकिन फिल्म में क्लाइमेक्स तक आते आते दम सी तोड़ देती है हलाकि आप कैरेक्टर जुडाव तो महसूस करते है लेकिन फिल्म की अंत अक दम तोड़ देती है ।
क्यों देख फिल्म
अगर आपक अनुराग कश्यप की फिल्मे पसंद आती है तो आपको यह फिल्म जरुर देखनी चाहिए । साथ ही जो लोग एक ठीक कहानी के साथ अच्छे अभिनय का सवाद चखना चाहते है वह लोग भी इस फिल्म का मजा ले सकते है। आपको फिल्म का म्यूजिक और कैरेक्ट से जुडाव की फिल्म कम देखने को मिलती हो यह उन्ही में से एक है।हमारी राय में चोक्ड: पैसा बोलता है एक वन टाइम वाच फिल्म है और इस तरह के जोनर को पसंद करने वाले इससे ना खुश नहीं होगे।