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ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई उत्तराखंड के किसान की कहानी 'मोती बाग'

एक बुजुर्ग किसान की मेहनत पर बनी डॉक्यूमेंटी फिल्म मोतीबाग को ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया है। फिल्म की कहानी पौड़ी गढ़वाल जिले के एक बुजुर्ग किसान की मेहनत पर बनी फिल्म है। मुख्यमंत्री ने डॉक्युमेंट्री के डायरेक्टर निर्मल चंद्र डांड्रियाल को बधाई दी। फिल्म विद्यादत्त नाम के एक किसान की जिंदगी पर आधारित है, वह पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले हैं।
ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई उत्तराखंड के किसान की कहानी 'मोती बाग'

दोस्तों आपको बता दें कि हाल ही में बनी एक बुजुर्ग किसान की मेहनत पर बनी डॉक्यूमेंटी फिल्म मोतीबाग को ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया है। जो भारतीय फिल्म के लिए एक बहुत बड़ी बात है। इसके लिए उत्तराखंउ के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बधाई भी दी। ​फिल्म की कहानी पौड़ी गढ़वाल जिले के एक बुजुर्ग किसान की मेहनत पर बनी फिल्म है। मुख्यमंत्री ने डॉक्युमेंट्री के डायरेक्टर निर्मल चंद्र डांड्रियाल को बधाई दी। साथ ही बताया कि, ये फिल्म विद्यादत्त नाम के एक किसान की जिंदगी पर आधारित है, वह पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले हैं।ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई उत्तराखंड के किसान की कहानी 'मोती बाग'

मुख्यमंत्री ने कहा कि, विद्यादत्त पर बनी ये डॉक्युमेंट्री युवाओं को प्रेरित करेगी कि वो अपने गांवों में रहें और अपने समुदाय के लिए कुछ करें। यह उत्तराखंड में पलायन रोकने में भी मददगार साबित हो सकती है। मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील की कि वह पलायन रोकने में मदद करें। उन्होंने कहा कि, किसानों को सरकार की योजनाओं का फायदा उठाना चाहिए।ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई उत्तराखंड के किसान की कहानी 'मोती बाग'

आपको बता दें कि ‘मोतीबाग’ की स्पेशल स्क्रीनिंग अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित लॉस एंजलिस शहर में होगी। उत्तराखंड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बीच पौड़ी गढ़वाल जिला बसा है। जिले के विकास खंड कल्जीखाल स्थित सांगुडा गांव में बुजुर्ग किसान विद्यादत्त शर्मा पिछले 52 वर्षों से पहाड़ की सजीवता को संजोए हुए हैं। गांव के इस बुजुर्ग के जीवन संघर्ष को डॉक्युमेंट्री फिल्म में पिरोया गया है, जिसका नाम ‘मोतीबाग’ है।ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई उत्तराखंड के किसान की कहानी 'मोती बाग'

फिल्म में पहाड़ के पलायन, पर्यावरण, जल संरक्षण को लेकर बुजुर्ग की जीवटता को मार्मिक रूप से सामने रखा गया है। केरल में आयोजित अंतरराष्ट्रीय डॉक्युमेंट्री फिल्म महोत्सव में ‘मोतीबाग’ को अवॉर्ड मिला। आपको बता दें कि ये उत्तराखंड से पहली डॉक्यूमेंट्री फिल्म है जो आस्कर के रेस में पहुंची है। फिल्म के डायरेक्टर ने कहा, यह उत्तराखंड के लिए यह गौरव का क्षण है। हमें पूरी उम्मीद है कि ‘मोतीबाग’ की महक ऑस्कर पुरस्कार के रूप में अनमोल सौगात लेकर आएगी।ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई उत्तराखंड के किसान की कहानी 'मोती बाग'

एक बुजुर्ग किसान की मेहनत पर बनी डॉक्यूमेंटी फिल्म मोतीबाग को ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया है। ​फिल्म की कहानी पौड़ी गढ़वाल जिले के एक बुजुर्ग किसान की मेहनत पर बनी फिल्म है। मुख्यमंत्री ने डॉक्युमेंट्री के डायरेक्टर निर्मल चंद्र डांड्रियाल को बधाई दी। फिल्म विद्यादत्त नाम के एक किसान की जिंदगी पर आधारित है, वह पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले हैं। ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई उत्तराखंड के किसान की कहानी 'मोती बाग'

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