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8 दिसंबर को मनाई जाएगी मोक्षदा एकादशी

मार्गशीर्ष माह के शुक्लपक्ष की एकादशी को हिंदू धर्म शास्त्रों में मोक्षदायिनी या मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता हैं। मोक्षदा एकादशी का धार्मिक महत्व पितरों को मोक्ष दिलाने वाली एकादशी के रूप में माना जाता हैं हिंदू मान्यता के मुताबिक इसी व्रत को करने से व्यक्ति के साथ ही उसके पितरों के लिए भी मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं।
8 दिसंबर को मनाई जाएगी मोक्षदा एकादशी

हिंदू धर्म में एकादशी का विशेष महत्व होता हैं वही मार्गशीर्ष माह के शुक्लपक्ष की एकादशी को हिंदू धर्म शास्त्रों में मोक्षदायिनी या मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता हैं। मोक्षदा एकादशी का धार्मिक महत्व पितरों को मोक्ष दिलाने वाली एकादशी के रूप में माना जाता हैं 8 दिसंबर को मनाई जाएगी मोक्षदा एकादशीहिंदू मान्यता के मुताबिक इसी ​व्रत को करने से व्यक्ति के सााि ही उसके पितरों के लिए भी मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं। इस बार मोक्षदायिनी एकादशी आठ दिसंबर को मनाई जा रही हैं।8 दिसंबर को मनाई जाएगी मोक्षदा एकादशी

वही इस एकादशी को मोक्षदायिनी एकादशी इसलिए भी कहा जाता हैं क्योंकि इसी दिन भगवान कृष्ण ने गीता का उपदेश ​अर्जुन को दिया था। द्वापर युग में महाभारत युद्ध के दौरान जब अर्जुन अपने सगे संबंधियों पर बाण चलाने से घबराने लगे तब श्रीकृष्ण ने उन्हें जीवन, आत्मा और कर्तव्य के बारे में विस्तार से समझाया था। जिससे अर्जुन को महााभारत युद्ध करने के बावजूद मोक्ष की प्राप्ति हुई थी।8 दिसंबर को मनाई जाएगी मोक्षदा एकादशी

जानिए मोक्षदा एकादशी व्रत विधि—
मोक्षदा एकादशी के व्रत की विधि बहुत ही सरल हैं इस दिन सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर घर के मंदिर की सफाई करें और पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें। वही पूजा घर में भगवान को गंगाजल से स्नान कराएं। उन्हें वस्त्र अर्पित करें। इसके बाद रोली और अक्षत से तिलक करें। पुष्पों से भगवान का श्रृंगार करें। भगवान को फल और मेव का भोग लगाएं। सबसे पहले भगवान श्री गणेश और फिर माता लक्ष्मी के साथ श्री विष्णु की आरती करें।8 दिसंबर को मनाई जाएगी मोक्षदा एकादशी

मार्गशीर्ष माह के शुक्लपक्ष की एकादशी को हिंदू धर्म शास्त्रों में मोक्षदायिनी या मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता हैं। मोक्षदा एकादशी का धार्मिक महत्व पितरों को मोक्ष दिलाने वाली एकादशी के रूप में माना जाता हैं हिंदू मान्यता के मुताबिक इसी ​व्रत को करने से व्यक्ति के साथ ही उसके पितरों के लिए भी मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं। 8 दिसंबर को मनाई जाएगी मोक्षदा एकादशी

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