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मोहब्बत हाथों में लगी मेहंदी की तरह होती है कितनी भी गहरी क्यों ना हो फीकी पड़ ही जाती है

जयपुर। आज हम आपके लिए इस आर्टिकल में दिल को छू लेने वाली कुछ दिलकस शायरियां लेकर आए हैं। जो आपके दिल को छू लेंगी। जैसा की आप जानते हैं कि हर इंसान को अपने जीवन में कभी न कभी परेशानियों से गुजरना पड़ता है। लेकिन उन्हें हमेशा परेशानियों का डट कर सामना करना चाहिए।
मोहब्बत हाथों में लगी मेहंदी की तरह होती है कितनी भी गहरी क्यों ना हो फीकी पड़ ही जाती है

जयपुर। आज हम आपके लिए इस आर्टिकल में दिल को छू लेने वाली कुछ दिलकस शायरियां लेकर आए हैं। जो आपके दिल को छू लेंगी। जैसा की आप जानते हैं कि हर इंसान को अपने जीवन में कभी न कभी परेशानियों से गुजरना पड़ता है। लेकिन उन्हें हमेशा परेशानियों का डट कर सामना करना चाहिए। क्योंकि याद रखें की हर रात के बाद सुबह होती है। परेशानियों के बाद भी सुख के दिन जरुर आते हैं।
मोहब्बत हाथों में लगी मेहंदी की तरह होती है कितनी भी गहरी क्यों ना हो फीकी पड़ ही जाती है
रोएंगे तो वो जिन्होंने आप के साथ गलत किया,आप सबर करके सब खुदा पे छोड़ दो।
मोहब्बत हाथों में लगी मेहंदी की तरह होती है कितनी भी गहरी क्यों ना हो फीकी पड़ ही जाती है
रातों के अंधेरे हमें मात नहीं दे सकते,हम तो जुगनू के सहारे भी जंगल पार करने का जुनून रखते है।
दर्द में भी ये लब मुस्कुरा जाते है,बीते लम्हें हमें जब भी याद आते है।
मोहब्बत हाथों में लगी मेहंदी की तरह होती है कितनी भी गहरी क्यों ना हो फीकी पड़ ही जाती है
बस याद तुझे करती हू और कोई काम नही,जिसको जो कहना है कहने दो।
अपना क्या जाता है,ये वक्त वक्त की बात है और वक्त सबका आता है,बन गया है दिल तेरा दीवाना।
मोहब्बत हाथों में लगी मेहंदी की तरह होती है कितनी भी गहरी क्यों ना हो फीकी पड़ ही जाती है
मोहब्बत भी हाथों में लगी मेहंदी की तरह होती है,कितनी भी गहरी क्यों ना हो फीकी पड़ ही जाती है।
मोहब्बत हाथों में लगी मेहंदी की तरह होती है कितनी भी गहरी क्यों ना हो फीकी पड़ ही जाती है
दांव पर सब कुछ लगा है,रुक नहीं सकते,टूट सकते हैं मगर हम झुक नहीं सकते।
मोहब्बत हाथों में लगी मेहंदी की तरह होती है कितनी भी गहरी क्यों ना हो फीकी पड़ ही जाती है

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