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मोबाईल की लत के कारण बच्चे हो रहे है पढ़ाई से दूर

वैज्ञानिकों ने मोबाईल से हो रहे दुष्प्ररिणाम को उजागर करते हुए इससे बच्चों को दूर रखने की सलाह दे रहे है। कहा गया है कि स्मार्टफोन के इस्तेमाल से बच्चा मानसिक रूप से तो पिछडता ही है साथ ही वो शारीरिक रूप से पिछड़ रहा है। रिसर्च में 1970 के हाईस्कूल के छात्रों की बात की गई तो पाया कि वो उस समय में किताबों को 60 फीसदी समय देते थे। लेकिन 2016 के आंकड़ों के अनुसार ये घटकर 16 फीसदी पर आ गई।
मोबाईल की लत के कारण बच्चे हो रहे है पढ़ाई से दूर

जयपुर। आज के समय में शायद ही कोई व्यक्ति ऐसा होगा, जो मोबाईल की दुनिया में प्रवेश ना किया हो। पर क्या आपने कभी गौर किया कि जितना हम मोबाईल से जुड़ते जा रहे हैं, उतना ही हम पढ़ाई से दूर होते जा रहे हैं।

मोबाईल की लत के कारण बच्चे हो रहे है पढ़ाई से दूर

इसी के चलते जर्मन सरकार के एक सलाहकार ने सरकार को सलाह दी है कि 14 साल से कम उम्र बच्चों को स्मार्टफोन के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा देनी चाहिए। सलाहकार ने इस बात आगे चर्चा करते हुए कहा इसके इस्तेमाल से बच्चे पढ़ाई से ज्यादा स्मार्टफोन को महत्व दे रहे हैं।

मोबाईल की लत के कारण बच्चे हो रहे है पढ़ाई से दूर

जिससे बच्चों के मानसिक विकास के साथ—साथ शारीरिक विकास पर भी बुरा असर पड़ रहा है। उन्होंने ये भी बताया कि हमें बच्चों इससे दूर उसी प्रकार रखना चाहिए जैसे हम उन्हें नशे से दूर रखते हैं। क्योंकि इसे भी एक नशा ही माना जाता है। व्यक्ति इसके संपर्क में आते ही अपना संतुलन खो देता है। ज्यादातर तो ऐसा तब होता है, जब किशोर इसका इस्तेमाल करते हैं। जब इन पर ​रिसर्च किया गया तो पाया कि अभिभावक भी बच्चों की इसी आदत से परेशान है।

मोबाईल की लत के कारण बच्चे हो रहे है पढ़ाई से दूर

इस रिसर्च के बाद गूगल और एक स्मार्टफोन कंपनी ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार किया है,जिससे अभिभावक को पता चल जायेगा कि बच्चें ने कितनी देर तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल किया है। अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन की रिपोर्ट के अनुसार सोशल मीडिया और स्मार्टफोन के बढ़ते इस्तेमाल से युवाओं में पढ़ने की आदत को तेजी से खत्म कर रहा है।

मोबाईल की लत के कारण बच्चे हो रहे है पढ़ाई से दूर

रिसर्च में 1970 के हाईस्कूल के छात्रों की बात की गई तो पाया कि वो उस समय में किताबों को 60 फीसदी समय देते थे। लेकिन 2016 के आंकड़ों के अनुसार ये घटकर 16 फीसदी पर आ गई।

वैज्ञानिकों ने मोबाईल से हो रहे दुष्प्ररिणाम को उजागर करते हुए इससे बच्चों को दूर रखने की सलाह दे रहे है। कहा गया है कि स्मार्टफोन के इस्तेमाल से बच्चा मानसिक रूप से तो पिछडता ही है साथ ही वो शारीरिक रूप से पिछड़ रहा है। रिसर्च में 1970 के हाईस्कूल के छात्रों की बात की गई तो पाया कि वो उस समय में किताबों को 60 फीसदी समय देते थे। लेकिन 2016 के आंकड़ों के अनुसार ये घटकर 16 फीसदी पर आ गई। मोबाईल की लत के कारण बच्चे हो रहे है पढ़ाई से दूर

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