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क्यों जरुरी है अच्छी सेहत के लिए मसाज मौसम भी है इसमें अहम्

आयुर्वेद और नैचरोपथी में मालिश को बेहद अहम माना गया है। इसे कई बीमारियों के इलाज में प्रभावी माना जाता है। यह तन-मन को नई ताजगी देता है। मालिश के लिए मौसम और तेल, दोनों की भूमिका अहम होती है। मौसम के अनुसार, मालिश के लिए जरूरी जरूरी तेल और तरीके, दोनों बदल जाते हैं।
क्यों जरुरी है अच्छी सेहत के लिए मसाज  मौसम भी है इसमें अहम्

 

जयपुर । शरीर को आराम की बहुत आवश्यकता होती है जिस तरह से हम सारा दिन बैठे रहकर काम करते हैं । काम खत्म हो जाने पर भी ज्यादा समय तक खुद को थका कर रखते हैं देर रात तक सोना घर परिवार की चिंता काम का तनाव हमारे लिए काफी समस्याएँ पैदा कर देता है । शरीर की थकान कई बीमारियों को जन्म देती है साथ ही यह हमारे रक्त संचार को भी बहुत प्रभावित करती है ।क्यों जरुरी है अच्छी सेहत के लिए मसाज  मौसम भी है इसमें अहम्

ऐसे में हमको महीने में कम से कम 2 बार मसाज जरूर लेना चाहिए  । लोगों को शायद यह पैसे वालों के चिओंचले लगते हैं पर असल में यह हमारे शरीर के लिए अति आवश्यक चीजों में से एक है । इसके जरिये हामारे शरीर की थकान तो दूर होती ही है । साथ  ही यह  हमारे शरीर के रक्त संचार को भी ठीक करता है । पर इसके साथ साथ हमको कई बातों का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है ।क्यों जरुरी है अच्छी सेहत के लिए मसाज  मौसम भी है इसमें अहम्

आयुर्वेद और नैचरोपथी में मालिश को बेहद अहम माना गया है। इसे कई बीमारियों के इलाज में प्रभावी माना जाता है। यह तन-मन को नई ताजगी देता है। मालिश के लिए मौसम और तेल, दोनों की भूमिका अहम होती है। मौसम के अनुसार, मालिश के लिए जरूरी जरूरी तेल और तरीके, दोनों बदल जाते हैं।

क्यों जरुरी है अच्छी सेहत के लिए मसाज  मौसम भी है इसमें अहम्

सर्दी के मौसम में इसे बेहद गुणकारी माना गया है। सुबह के समय धूप निकलने के बाद मालिश करानी चाहिए। सर्दियों में मालिश के लिए तिल के तेल का इस्तेमाल करें। बेहतर होगा कि मॉनसून में बॉडी मसाज से बचें, लेकिन अगर इलाज के लिए जरूरी हो तो कुछ बातों का ध्यान रखें। बारिश हो रही हो तो मालिश न कराएं और मालिश तभी कराएं जब धूप निकल रही हो। तिल के तेल को इस मौसम में परफेक्ट माना जाता है । सबसे पहले सिर की मसाज करनी चाहिए। ध्यान रहे कि मालिश हल्के-हल्के हाथों से करें। सिर के साथ ही चेहरे की भी मालिश करें। इसके बाद हल्के हाथों से गर्दन पर मालिश करें।क्यों जरुरी है अच्छी सेहत के लिए मसाज  मौसम भी है इसमें अहम्

गर्दन के बाद कंधों पर गोल-गोल तरीके से मालिश करें। फिर हाथों पर उंगलियों की दिशा में मालिश करें। कोहनियों और कलाइयों पर भी गोल-गोल मसाज करें।इसके बाद शरीर के आगे के हिस्से  की मालिश करें। यहां ज्यादा जोर न लगाएं। आगे के हिस्से में महत्वपूर्ण अंग जैसे दिल, फेफड़े आदि होते हैं। इसलिए आगे की ओर ज्यादा देर तक मसाज नहीं करनी चाहिए।कमर पर नीचे से ऊपर की ओर मालिश करना बेहतर माना जाता है। कमर पर मालिश के दौरान उंगलियों से थोड़ा दबाव बनाना बेहतर रहता है।क्यों जरुरी है अच्छी सेहत के लिए मसाज  मौसम भी है इसमें अहम्

 

आयुर्वेद और नैचरोपथी में मालिश को बेहद अहम माना गया है। इसे कई बीमारियों के इलाज में प्रभावी माना जाता है। यह तन-मन को नई ताजगी देता है। मालिश के लिए मौसम और तेल, दोनों की भूमिका अहम होती है। मौसम के अनुसार, मालिश के लिए जरूरी जरूरी तेल और तरीके, दोनों बदल जाते हैं। क्यों जरुरी है अच्छी सेहत के लिए मसाज मौसम भी है इसमें अहम्

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