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कर्ज की समस्या से हैं परेशान

मंगल को नवग्रहों में सेनापति का दर्जा दिया जाता हैं। वही मंगल शक्ति, ऊर्जा, आत्मविश्वास और पराक्रम का स्वामी माना जाता हैं इसका मुख्य तत्त्व अग्नि हैं, और इसका मुख्य रंग लाल होता हैं वही ताम्बा इसकी धाती हैं और जौ लाल मसूर आदि इसकी दान के अनाज माने जाते हैं। वही मेष औश्र वृश्चिक इसकी राशियां होती हैं। वही मंगल मकर राशि में उच्च के होते हैं और कर्क राशि में नीच के होते हैं मनुष्य क्रूर और हिंसक स्वभाव का हो जाता हैं आत्मविश्वास और साहस का स्तर कम हो जाता हैं।
कर्ज की समस्या से हैं परेशान

हर व्यक्ति के जीवन में उसकी जरूरतों को पूरा करने और उसके जीवन में सुख शांति बनाएं रखने के लिए धन की अवश्यकता पड़ती हैं वही कर्ज के लिए मुख्य रूप से मंगल ग्रह को जिम्मेदार माना जाता हैं वही छठे भाव का स्वामी और छठा भाव भी कर्ज के लिए जिम्मेदार होते हैं वही छठे भाव का स्वामी अच्छी अवस्था में ना होने पर और मंगल ग्रह पीड़ित होने पर कर्ज की समस्या जीवन में हमेशा ही बनी रहती हैं। वही आज हम आपको कर्ज मुक्ति के कुछ खास उपाय बताने जा रहे हैं, तो आइए जानते हैं।

कर्ज की समस्या से हैं परेशान

जानिए मंगल ग्रह की खासियत—
मंगल को नवग्रहों में सेनापति का दर्जा दिया जाता हैं। वही मंगल शक्ति, ऊर्जा, आत्मविश्वास और पराक्रम का स्वामी माना जाता हैं इसका मुख्य तत्त्व अग्नि हैं, और इसका मुख्य रंग लाल होता हैं वही ताम्बा इसकी धाती हैं और जौ लाल मसूर आदि इसकी दान के अनाज माने जाते हैं। वही मेष औश्र वृश्चिक इसकी राशियां होती हैं। वही मंगल मकर राशि में उच्च के होते हैं और कर्क राशि में नीच के होते हैंकर्ज की समस्या से हैं परेशान

जानिए मंगल के अशुभ होने पर दुष्परिणाम क्या होते हैं—
मनुष्य क्रूर और हिंसक स्वभाव का हो जाता हैं आत्मविश्वास और साहस का स्तर कम हो जाता हैं। व्यक्ति को संपत्ति और जमीन के मामले में कई तरह की परेशानियां और मुश्किलों का सामना करना पड़ता हैं व्यक्ति को रक्त सम्बन्धी समस्याएं घेर लेती हैं। अक्सर कर्ज और मुकदमेबाजी लगी ही रहती हैं और कभी कभी जल यात्रा भी करनी पड़ती हैं। वही अगर विवाह भाव से इसका संबध हो तो वैवाहिक जीवन खराब हो जाता हैं हर रोज पारिवारिक कलह क्लेश बना रहता हैं।कर्ज की समस्या से हैं परेशान

जानिए मंगल के मंत्र—

ओम क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः

धरणी गर्भ संभूतं विद्युत् कांति समप्रभम

कुमारं शक्ति हस्तं तं मंगल प्रणमाम्यहमकर्ज की समस्या से हैं परेशान

मंगल को नवग्रहों में सेनापति का दर्जा दिया जाता हैं। वही मंगल शक्ति, ऊर्जा, आत्मविश्वास और पराक्रम का स्वामी माना जाता हैं इसका मुख्य तत्त्व अग्नि हैं, और इसका मुख्य रंग लाल होता हैं वही ताम्बा इसकी धाती हैं और जौ लाल मसूर आदि इसकी दान के अनाज माने जाते हैं। वही मेष औश्र वृश्चिक इसकी राशियां होती हैं। वही मंगल मकर राशि में उच्च के होते हैं और कर्क राशि में नीच के होते हैं मनुष्य क्रूर और हिंसक स्वभाव का हो जाता हैं आत्मविश्वास और साहस का स्तर कम हो जाता हैं। कर्ज की समस्या से हैं परेशान

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