Malmaas 2020: आज से शुरू हुआ मलमास, जानिए महत्व और नियम
आज यानी 18 सितंबर 2020 दिन शुक्रवार से मलमास की शुरूवात हो चुकी हैं इस साल आश्विन मास में ही अधिकमास लग रहा हैं आपको बता दें कि जिस महीने में सूर्य संक्रांति नहीं पड़ती हैं उसी महीने को अधिकमास या मलमास से नाम से जानते हैं यह 32 महीने, 16 दिन और चार घटें के अंतर से आता हैं इस महीने का अपना अलग ही महत्व होता हैं साथ ही इस मास में दान करने का भी महत्व बताया गया हैं तो आज हम आपको आपने इस लेख में ज्योतिष अनुसार मलमास या अधिकमास के महत्व और दान करने से क्या फल मिलता हैं इसके बारे में बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं। आपको बता दें, कि अधिक मास में दान का खास महत्व बताया गया हैं इस दौरान दीपदान करना शुभ होता हैं साथ ही धार्मिक पुस्तकों का दान भी शुभ माना गया हैं अधिक मास के प्रथम दिन प्रतिपदा तिथि होती हैं इस दिन घी का दान करना श्रेष्ठ फलदायी होता हैं। अधिकमास में श्रद्धालु व्रत उपवास, पूजा पाठ, ध्यान भजन कीर्तन, मनन करते हैं पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक इस मास में यज्ञ हवन के अलावा श्रीमद् देवी भागवत, श्री भागवत पुराण, श्री विष्णु पुराण, भविष्योत्तर पुराण आदि का श्रवण, पठन और मनन करना विशेष रूप से फलदायी माना जाता हैं इस महीने के स्वामी भगवान श्री हरि विष्णु हैं। ऐसे में इस महीने में भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करना फलदायी होता हैं मान्यताओं के मुताबिक जो भी जातक ऐसा करता हैं उसे श्री हरि विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता हैं।