हर बेटी को उसकी सेफ़्टी के लिए माँ बाप करें खुद तैयार कहीं जाने से पहले
जयपुर । एक समय था जब बेटियों का जन्म लेना भी किसी मनुहूसियत समझा जाता था । इतना ही नही जब किसी के घर में बेटी जन्म ले भी लेती थी तो उसको कहीं बाहर आने जाने की मनाही होती थी यहाँ तक की उनको घर से बाहर पेर रखने तक भी नही दिया जाता था । आज की बेटी आजाद हैं बहुत कवायद के बाद जा कर उनको यह स्वतन्त्रता मिली है । पर फिर भी आज भी कुछ चोटी मानसिकता कह लें या मानसिक रूप से विक्षिप्त लोग यह बात नहीं समझते हैं और देश की नहीं बल्कि बाहर देश की बेटियोंकों भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं ।
एक फेमेली के तौर पर और माँ बाप का फर्ज निभाते हुए आपका यह फर्ज है की आपकी बेटी चाहे वह बड़ी हो या अभी महज 5 साल की हो उनको कुछ बातें समझाएँ । जो की घर से बाहर निकालने से पहले उनको जानना बहुत ही ज्यादा जरूरी है । इतना ही नही यह उनकी सेफ़्टी के नजरिए से बहुत जरूरी है । हमारा देश बेटियों के आज दुनिया के सबसे असुरक्षित देश में आ गया है । इस बात की गंभीरता को समझते हुए हमारी बेटियों की सुरक्षा का भी जिम्मा उठाना बहुत ही ज्यादा जरूरी है ।
- जब भी घर परिवार या स्कूल में उनको कोई हाथ भी लगाए तो वह यह बात आपको साझा करें ।
- उनको गुड टच बेड टच के बारे में सिखाएँ ।
- उनको सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग भी करवाएँ ।
- जब भी वह बाहर जाएँ , या अकेली जाएँ तो आप उनको सेफ़्टी से जुड़ी कुछ चीज़ें दे कर भेजें ।
- साथ ही आज बाज़ारों में कई तरह की स्मार्ट वॉच भी उपलब्ध है वह भी दे ताकि वह इमरजेंसी में सिर्फ एक बटन से पुलिस और अपने घर वालों को सूचित कर सकें ।
- सबसे जरूरी बात यह है की वह यदि कहीं भी कपड़े खरीदने जाएँ तो ड्रेसिंग रम में केमरा न हो यह बात की तसल्ली जरूर करें फिर ही उसको काम में लें ।
- हॉस्टल रम में भी अच्छे से चेक करें की कहीं उनके कमरे में कोई केमरा न लगा हो ।
- आज कल महिलाएं अकेले भी ट्रेवल कर रही हैं । इसके चलते भी सेफ़्टी का ध्यान रखना बहुत जरूरी है । इसलिए इस बात की भी जानकारी दें की होटल भी उनसेफ हो सकता है वहाँ की पूरी जांच पड़ताल करके ही होटल का चुनाव करें और कमरे में काँच के पीछे हर छोटी बड़ी जगह पर बारीकी से देख लें की खाईं कैमरा ना लगा हो ।