जानिए क्यों है मकर संक्रांति का खास महत्व
आज यानी 15 जनवरी को देशभर में मकर संक्रांति का विशेष पर्व मनाया जा रहा हैं, जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता हैं। फिर इसके बाद दक्षिणायन से उत्तरायन हो जाता हैं सूर्य के उत्तरायन होने के बाद सभी शुभ और मांगलिक कार्य एक बाद फिर से शुरू हो जाते हैं। मकर संक्रांति को देश में कई अलग अलग नामों से जाना जाता हैं। वही इसी कारण से मकर संक्रांति का महत्व अधिक बढ़ जाता हैं तो आइए जानते हैं मकर संक्रांति से जुड़ी खास बातें।
जानिए पहला कारण—
मकर संक्रांति के दिन सूर्य अपने पुत्र शनि के घर एक माह के लिए आते हैं मकर राशि के स्वामी शनि हैं और इसी दिन सूर्य देवता शनि का भंडार भरते हैं।
जानिए दूसरा कारण—
वही ज्योतिष अनुसार सूर्य और शनि का तालमेल संभव नहीं, मगर इस दिन सूय्र खुद अपने पुत्र के घर जाते हैं इसलिए पुराणों में यह दिन पिता पुत्र को संबंधों में निकटता की शुरुआत के रूप में देखा जाता हैं।
जानिए तीसरा कारण—
मकर संक्रांति के दिन भगवान श्री हरि विष्णु ने मधु कैटभ से युद्ध समाप्ति की घोषणा की थी। उन्होंने मधु के कंधे पर मंदार पर्वत रखकर उसे दबा दिया था। इस कारण आज के दिन से श्री विष्णु मधुसूदन कहलाने लगे।
जानिए चौथा कारण—
गंगा को धरती पर लाने वाले महाराज भागीरथ ने अपने पूर्वजों के आत्मा की शांति के लिए इसी दिन तर्पण किया था। उनका तर्पण स्वीकार करने के बाद इस दिन मां गंगा समुद्र में जाकर मिल गई थी। इस वजह से मकर संक्रांति पर गंगा सागर में मेला लगता हैं।