Samachar Nama
×

कोरोना काल में है परेशान, तो पढ़ें महावीर स्वामी के ये प्रेरणादायक विचार

कोरोना महामारी ने देश दुनिया पर अपना कहर जारी रखा है इस महामारी ने हर किसी को परेशान कर दिया है आज के समय में अधिकतर लोग दुखी है ऐसी स्थिति में महावीर स्वामी के प्रेरणादायक विचार पढ़ना आपको सकारात्मकता से भर देगा। चैत्र मास में शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी के दिन जैन धर्म के
कोरोना काल में है परेशान, तो पढ़ें महावीर स्वामी के ये प्रेरणादायक विचार

कोरोना महामारी ने देश दुनिया पर अपना कहर जारी रखा है इस महामारी ने हर किसी को परेशान कर दिया है आज के समय में अधिकतर लोग दुखी है ऐसी स्थिति में महावीर स्वामी के प्रेरणादायक विचार पढ़ना आपको सकारात्मकता से भर देगा। कोरोना काल में है परेशान, तो पढ़ें महावीर स्वामी के ये प्रेरणादायक विचारचैत्र मास में शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी के दिन जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी जी का जन्म बिहार कुंडाग्राम में हुआ था। महावीर स्वामी का जन्म महाराज सिद्धार्थ और महारानी त्रिशला के यहां हुआ था। 30 साल की आयु में इन्होंने राज महलों के सुख को त्याग दिया और सत्य की खोज में जंगलों की ओर चले गए।कोरोना काल में है परेशान, तो पढ़ें महावीर स्वामी के ये प्रेरणादायक विचार

घने जंगलों में रहते हुए इन्होंने बारह सालों तक कठोर तपस्या की, जिसके बाद ऋजुबालुका नदी के तपट पर साल वृक्ष के नीचे उन्हें कैवल्य ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। जिसके बाद उन्होंने समाज के सुधार और लोगों के कलण के लिए उपदेश दिए। इस बार महावीर जयंती 25 अप्रैल दिन रविवार को मनाई जाएगी।कोरोना काल में है परेशान, तो पढ़ें महावीर स्वामी के ये प्रेरणादायक विचार जैन धर्म को मानने वाले लोगों के लिए ये दिन बहुत ही खास होता हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए है महावीर स्वामी के प्रेरणादायक विचार, तो आइए जानते हैं।कोरोना काल में है परेशान, तो पढ़ें महावीर स्वामी के ये प्रेरणादायक विचार

भगवान महावीर ने धर्म, सत्य, अहिंसा, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह, क्षमा पर सबसे अधिक बल दिया। त्याग और संयम, प्रेम और करुणा, शील और सदाचार ही उनके प्रवचनों का सार था।

अहिंसा ही सबसे बड़ा धर्म है किसी के अस्तित्व को मिटाने की अपेक्षा उसे शांति से जीने दो और स्वयं भी शांति से जियो इसी में सभी का कल्याण है। इस संसार में जितने भी जीव हैं उनके प्रति दया भावना रखों।

महावीर स्वामी के अनुसार जिसके मन में सदैव धर्म रहता है और जो धर्म के मार्ग पर चलता है देवता भी उसे नमस्कार करते हैं अहिंसा, तप और संयम ही धर्म हैं।कोरोना काल में है परेशान, तो पढ़ें महावीर स्वामी के ये प्रेरणादायक विचार

 

Share this story