शिव पूजा में भूलकर भी न करें इन चीजों का प्रयोग
शिव ऐसे देवता जो थोड़ी सी पूजा से भी अपने भक्तों से प्रसन्न हो जाते हैं जो भक्त शिव को सच्चे मन से याद कर ले शिव उसकी सभी इच्छाएं और कष्ट दूर कर देते हैं शिवभक्तों के लिए अपने आराध्य देव शिव को प्रसन्न करने के लिए महाशिवरात्रि का पर्व विशेष होता हैं महाशिवरात्रि पर शिव साधना करने से सभी परेशानियों और ग्रहों से संबंधित दोषों का निवारण हो जाता हैं महाशिवरात्रि पर शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त कई तरह की चीजों को उन्हें अर्पित करते हैं ऐसे में कई बार जाने अनजाने में भक्त ऐसी चीजें अर्पित कर देते हैं जिसे हिंदू धर्म शास्त्रों में वर्जित माना जाता हैं। तो आज हम आपको उन्हीं चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
शिव उपासना में शंख का प्रयोग वर्जित माना गया हैं इसके पीछे एक पौराणिक कथा भी हें शिव ने शंखचूड़ नाम के एक असुर का वध किया था। जो भगवान श्री विष्णु का भक्त था। शंख को उसी असुर का प्रतीक माना गया हैं इसलिए शिव की साधना में शंख का इस्तेमाल नहीं किया जाता हैं ना ही शंख में शिवलिंग पर जलाभिषे करें और पूजन में शंख नहीं बजाएं। वही तुलसी को हिंदू धर्म में पवित्र और विशेष माना जाता हैं और सभी तरह की पूजा और मांगलिक कार्यों में इसका प्रयोग किया जाता हैं मगर तुलसी शिव पर चढ़ाना वर्जित माना गया हैं। भूलवश लोग शिव की पूजा में तुलसी का प्रयोग करते हैं जिस वजह से उनकी पूजा अधूरी रह जाती हैं।