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पितृपक्ष में करें मां लक्ष्मी का पूजन

किसी मनुष्य की मृत्यु हो जाने पर भोज का आयोजन करना उचित नहीं हैं, इसके स्थान पर आप यथाशक्ति अन्न या वस्त्रों का दान कर सकते हैं वही कौन हैं मां लक्ष्मी और इनकी महिमा क्या हैं धन और संपत्ति की अधिष्ठात्री देवी हैं महालक्ष्मी जी, वही ऐसा माना जाता हैं कि समृद्र से इनका जन्म हुआ था और इन्होंने श्री हरि विष्णु से विवाह किया था।
पितृपक्ष में करें मां लक्ष्मी का पूजन

आपको बता दें, कि हिंदू धर्म में पितृपक्ष को विशेष महत्व दिया जाता हैं वही किसी मनुष्य की मृत्यु हो जाने पर भोज का आयोजन करना उचित नहीं हैं, इसके स्थान पर आप यथाशक्ति अन्न या वस्त्रों का दान कर सकते हैं वही कौन हैं मां लक्ष्मी और इनकी महिमा क्या हैं धन और संपत्ति की अधिष्ठात्री देवी हैं महालक्ष्मी जी, वही ऐसा माना जाता हैं कि समृद्र से इनका जन्म हुआ था और इन्होंने श्री हरि विष्णु से विवाह किया था।पितृपक्ष में करें मां लक्ष्मी का पूजन इनकी पूजा अर्चना से धन की प्राप्ति मनुष्य को होती हैं साथ ही वैभव भी प्राप्त होता हैं वही अगर लक्ष्मी रुष्अ हो जाती हैं तो घोर दरिद्रता का सामना मनुष्य को करना पड़ता हैं वही ज्योतिष में शुक्र ग्रह से इनका संबंध माना जाता हैं। वही आज हम आपको महालक्ष्मी व्रत करने के फायदे बताने जा रहे हैं, तो आइए जानते हैं। पितृपक्ष में करें मां लक्ष्मी का पूजनजानिए महालक्ष्मी की पूजन से किन फलों की होती हैं प्राप्ति—
इनकी पूजा से केवल धन ही नहीं बल्कि नाम यश भी व्यक्ति को प्राप्त होता हैं, वही इनकी उपासना से दाम्पत्य जीवन भी बेहतर हो जाता हैं कितनी भी धन की समस्या हो अगर विधिवत लक्ष्मी पूजन किया जाए तो धन मिलता ही हैं वही पितृपक्ष में भी मां लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती हैं जिससे पितरों के अलावा देवी मां लक्ष्मी कृपा प्राप्त हो सकती हैं। वही इस बार पितृपक्ष में धन की देवी मां लक्ष्मी की उपासना 21 सितंबर यानी की आज के दिन कि जा रही हैं जो व्यक्ति के लिए लाभकारी साबित हो सकती हैं।पितृपक्ष में करें मां लक्ष्मी का पूजन

जानिए पितृपक्ष में मां लक्ष्मी की पूजा की विशेष सावधानियां क्या हैं—
देवी मां लक्ष्मी की पूजा वही लोग कर सकते हैं जिनके माता पिता जीवित हों, अगर श्राद्ध में नियमों का पालन कर रहे हैं तो मां लक्ष्मी की पूजा का प्रयोग न करें। वही ये प्रयोग घर परिवार का कोई भी सदस्य कर सकता हैं बशर्ते कि उसके माता पिता जीवित हो।पितृपक्ष में करें मां लक्ष्मी का पूजन

किसी मनुष्य की मृत्यु हो जाने पर भोज का आयोजन करना उचित नहीं हैं, इसके स्थान पर आप यथाशक्ति अन्न या वस्त्रों का दान कर सकते हैं वही कौन हैं मां लक्ष्मी और इनकी महिमा क्या हैं धन और संपत्ति की अधिष्ठात्री देवी हैं महालक्ष्मी जी, वही ऐसा माना जाता हैं कि समृद्र से इनका जन्म हुआ था और इन्होंने श्री हरि विष्णु से विवाह किया था। पितृपक्ष में करें मां लक्ष्मी का पूजन

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