Samachar Nama
×

जानिए हनुमान जी और शनिदेव के बीच का रिश्ता…

हनुमान जी और शनिदेव के बीच के रिश्ते को बहुत ही कम लोग जानते हैं। आपके के लिए प्रस्तुत हैं, बाला जी और शनिदेव का क्या है, रिश्ता। एक बार महावीर हनुमान श्री राम के किसी कार्य में व्यस्त थे। उस जगह से शनिदेव जी गुजर रहे थे की रास्ते में उन्हें हनुमानजी दिखाई पड़े।
जानिए हनुमान जी और शनिदेव के बीच का रिश्ता…

हनुमान जी और शनिदेव के बीच के रिश्ते को बहुत ही कम लोग जानते हैं। आपके के लिए प्रस्तुत हैं, बाला जी और शनिदेव का क्या है, रिश्ता। एक बार महावीर हनुमान श्री राम के किसी कार्य में व्यस्त थे। उस जगह से शनिदेव जी गुजर रहे थे ​की रास्ते में उन्हें हनुमानजी दिखाई पड़े। अपने स्वभाव की वजह से शनिदेव जी को शरारत सूझी और वे उस रामकार्य में विध्न डालने हनुमान जी के पास पहुच गये।जानिए हनुमान जी और शनिदेव के बीच का रिश्ता…

हनुमानजी ने शनि देव को चेतावनी दी और उन्हें ऐसा करने से रोका पर शनिदेव जी नहीं माने। हनुमान जी ने तब शनिदेव जी को अपनी पूंछ से जकड लिया और फिर से राम कार्य करने लगे। कार्य के दौरान वे इधर उधर खुद के कार्य कर रहे थे। इस दौरान शनिदेवजी को बहुत सारी चोटे आई शनिदेव ने बहुत प्रयास किया पर बालाजी की कैद से खुद को छुडा नहीं पाए। उनहोंने हनुमंते से बहुत विनती की पर हनुमानजी कार्य में खोये हुए थे। जब राम कार्य खत्म हुआ तब उन्हें शनिदेवजी का ख्याल आया और तब उन्होंने शनिदेव को आजाद किया हैं। जानिए हनुमान जी और शनिदेव के बीच का रिश्ता…

वही शनिदेव को अपनी भूल का अहसास हुआ और उन्होंने हनुमान जी से माफी मांगी की वे कभी भी राम और हनुमान जी के कार्यो में कोई विघ्न नहीं डालेंगे और श्रीराम और हनुमान जी के भक्तों को उनका विशेष आशीष प्राप्त होगा। शनिदेव भगवान श्री हनुमान से थोड़ा सरसों का तेल मांगा जिसे वो अपने घावो पर लगा सके और जल्द ही चोटो से उभर सके। हनुमानजी ने उन्हें वो तेल उपलब्ध करवाया और इस तरह शनिदेव के जख्म ठीक हुए। तब शनिदेव जी ने कहा की इस याद में जो भी भक्त शनिवार के दिन मुझपर सरसों का तेल चढ़ायेगा। उसे मेरा विशेष आशीष प्राप्त होगा।जानिए हनुमान जी और शनिदेव के बीच का रिश्ता…

Share this story