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ज्योतिष के आधार पर जाने किसकी बनेगी सरकार

23 मई के दिन वोटों की गिनती शुरु हो रहें है उस समय कुंडली में दो बड़े ग्रह बृहस्पति एवं शनि वक्री अवस्था में होंगे तथा बुध अस्त रहेगा। इसके साथ ही चन्द्रमा का गोचर दोपहर तक धनु राशि में और उसके बाद मकर राशि में होगा। राहु और मंगल का अंगारक योग हैं तथा शनि और चंद्रमा का विष योग भी विराजमान रहेगा। दशम भाव का स्वामी बृहस्पति के छठे भाव में वक्री होगा जो यह दर्शाता है कि सत्ता पक्ष को कुछ संघर्ष और अवरोधों का सामना करना पड़ेगा।
ज्योतिष के आधार पर जाने किसकी बनेगी सरकार

जयपुर। लोक सभा चुनाव परिणाम कल यानी 23 मई को घोषित होगा, जिसके साथ ही इस बार किस की सरकार के असमंजस से भी पर्दा उठ जाएगा। चुनाव का दौर समाप्त होने के साथ ही सभी पार्टी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है। लेकिन इस दौरान ग्रह क्या कहते हैं और किसका साथ दे रहें हैं यह गणित अलग से लगाई जा रही है। आज हम इस लेख में ज्योतिष के आधार पर एग्जिट पोल क्या बता रहें हैं इस बारे में बता रहे हैं।

ज्योतिष के आधार पर जाने किसकी बनेगी सरकार

 23 मई का दिन ऐतिहासिक दिन बनने वाला है जिस दिन ये पता लग जाएगा कि किस की सरकार बनेगी। देश की सत्ता की बागडोर किसके हाथ में जाएगी। इसके साथ ही किस पार्टी को कितनी सीट मिलेगी किस पार्टी को मुह की खानी पडेंगी।

ज्योतिष के आधार पर जाने किसकी बनेगी सरकार

543 सीटों पर चुनाव द्वारा जीत हार का निश्चय किया जाना है जिसमें बहुमत के लिए किसी भी पार्टी को 272 के आंकड़े को पार करना जरुरी है। इस बार चुनावों में भाजपा सबसे अधिक 436 सीटों पर चुनाव लड़ रही है तो दूसरे नंबर पर कांग्रेस 424 सीटों पर अपने उम्मीदवार खडें किये हुए है। महागठबंधन में शामिल बहुजन समाज पार्टी लगभग 312 सीटों तथा समाजवादी पार्टी 43 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। वाममोर्चा लगभग 62 सीटों पर है।

ज्योतिष के आधार पर जाने किसकी बनेगी सरकार

23 मई के दिन वोटों की गिनती शुरु हो रहें है उस समय कुंडली में दो बड़े ग्रह बृहस्पति एवं शनि वक्री अवस्था में होंगे तथा बुध अस्त रहेगा। इसके साथ ही चन्द्रमा का गोचर दोपहर तक धनु राशि में और उसके बाद मकर राशि में होगा। राहु और मंगल का अंगारक योग हैं तथा शनि और चंद्रमा का विष योग भी विराजमान रहेगा। ज्योतिष के आधार पर जाने किसकी बनेगी सरकार दशम भाव का स्वामी बृहस्पति के छठे भाव में वक्री होगा जो यह दर्शाता है कि सत्ता पक्ष को कुछ संघर्ष और अवरोधों का सामना करना पड़ेगा। चतुर्थ भाव का स्वामी बुध बारहवें भाव में होने तथा चतुर्थ भाव पर मंगल की दृष्टि होने से विपक्ष को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। इस कुंडली में भी दशम भाव का स्वामी मंगल बारहवें भाव में राहु के साथ स्थित है और शनि द्वारा दृष्ट होने के कारण सत्ता पक्ष को भी कुछ हानि उठानी पड़ेगी। ग्रहों एवं नक्षत्रों की स्थिति पर ध्यान दिया जाए तो सत्तासीन पार्टी के दोबारा सत्ता में आने के योग बन रहे हैं। लेकिन इसके साथ ही इसमें काफी व्यवधान भी आएँगे।

23 मई के दिन वोटों की गिनती शुरु हो रहें है उस समय कुंडली में दो बड़े ग्रह बृहस्पति एवं शनि वक्री अवस्था में होंगे तथा बुध अस्त रहेगा। इसके साथ ही चन्द्रमा का गोचर दोपहर तक धनु राशि में और उसके बाद मकर राशि में होगा। राहु और मंगल का अंगारक योग हैं तथा शनि और चंद्रमा का विष योग भी विराजमान रहेगा। दशम भाव का स्वामी बृहस्पति के छठे भाव में वक्री होगा जो यह दर्शाता है कि सत्ता पक्ष को कुछ संघर्ष और अवरोधों का सामना करना पड़ेगा। ज्योतिष के आधार पर जाने किसकी बनेगी सरकार

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