पहले की तरह ही हिंसक है आधुनिक मनुष्य, जानिये इसके बारे में
जयपुर। आदि मानव से बहुत कुछ सीखकर आधुनिक मनुष्य ने कई तरह की तरक्की की है। आदि मानव से आधुनिकाल के मानव से बीच कई तरह की बातें सामान्य है। हाल ही में एक शोध से ज्ञात हुआ है कि अभी का मानव कम हिंसक प्रवृत्ति का नहीं हैं बस वो इस कारण से रूका हुआ है कि विशाल संगठित समूह में रहने के कारण यह प्रवृत्ति अपने दबाए रखता है। अमेरीका में हुए एक अध्ययन से ये खुलासा हुआ है।
अक्सर हम जब भी आदि मानव के बारे में बता करते है तो पुरानी सभ्यताओं को बर्बर और हिंसक प्रजाति का दर्जा दे देते हैं, लेकिन लोगों को इस बात का पता नही है कि स शोध ने विकास का दावा करने वाले इंसान की पोल खोलकर रख दी है। जानकारी दे दे कि यह अध्ययन वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के मेडिकल स्कूल द्वारा किया गया है। इसके मुताबिक देखे तो आधुनिक सभ्यता भी मानव की रक्तपिपासा को कम नहीं कर पाई है। वैसे तो आपको इस बात का पता होगा कि ये बड़ा और संगठित समाज युद्ध की संभावना को कम कर देता है।
अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार वर्तमान समय का इंसान अपने पूर्वजों से कम हिंसक नहीं हैं क्योंकि इनमें वो उनके आनुवांशिक गुण है। एक पुरानी कहावत तो आपने भी सुनी होगी कि संख्या में ही सुरक्षा है तो ये कहावत आज के मानव पर साबित होती है। संगठित होकर रहने से लोग कम खतरनाक हो जाते हैं वो अपना हिंसक रूप किसी और को नहीं देखना चाहता है। आपने ये तो कई बार देखा होगा कि छोटे कबीलों में रहने वाले लोग अधिक हिंसक होने से आपस में लड़कर मारे जाते हैं।