Samachar Nama
×

जीवनरक्षक की तरह भी ड्रोन का किया जा सकता है इस्तेमाल

जयपुर। विज्ञान तकनीक में ब्रह्मांड के अंदर अभी तक इंसान सबसे आगे चल रहा है। ब्रह्मांड में मानव-मशीन के संगम ने कई तरह की प्रसिद्धी हासिल कर ली है। इसी का एक रूप है ड्रोन, जिसे रिमोट द्वारा संचालित करके विभिन्न कार्य करवाये जाते हैं। बता दे कि ड्रोन पर लगे कैमरे की मदद से
जीवनरक्षक की तरह भी ड्रोन का किया जा सकता है इस्तेमाल

जयपुर। विज्ञान तकनीक में ब्रह्मांड के अंदर अभी तक इंसान सबसे आगे चल रहा है। ब्रह्मांड में मानव-मशीन के संगम ने कई तरह की प्रसिद्धी हासिल कर ली है। इसी का एक रूप है ड्रोन, जिसे रिमोट द्वारा संचालित करके विभिन्न कार्य करवाये जाते हैं। बता दे कि ड्रोन पर लगे कैमरे की मदद से कई तरह के शोध कार्य किये जाते हैं और इसी तरह से ड्रोन का इस्तेमाल उत्पादों की डिलीवरी देने के लिये भी किया जाता है।जीवनरक्षक की तरह भी ड्रोन का किया जा सकता है इस्तेमाल

लेकिन आपको जानकारी दे दे कि रक्षा विभाग में इनका इस्तेमाल मानवरहित निगरानी के साथ ही बम फेंकने के लिये भी किया जाता है। सटीक निशाना होने से ये ज्यादा भरोसेमंद माने जाते हैं। लेकिन हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। इसी तरह से ड्रोन का उपयोग बमबारी के साछ साथ आजकल जीवनरक्षक उपकरण की तरह भी किया जा रहा है। जानकारी दे दे कि ऑस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं ने ऐसा प्रयोग किया है।जीवनरक्षक की तरह भी ड्रोन का किया जा सकता है इस्तेमाल

बात दे कि न्यू साउथ वेल्स के समुद्री तट पर विशेष ड्रोन तैनात किये हैं, जो कि सुरक्षा अलार्म बजते ही तुरंत खतरे का पता लगाकर लोगों की जान बचाने में लग जाते हैं। इसी तरह  से किसी के पानी में डूबने की घटना होती है तो वहां मौजूद लोगों द्वारा एक अलार्म बजा दिया जाता है जो कि ड्रोन तकनीक से जोड़ा गया है। ज्योंही आपातकालीन सायरन बजाया जाता है, एक ड्रोन पहुंच जाता है और ये ड्रोन डूबते लोगों की ओर लाइफ जैकेट फेंकता है जिसकी लोगं की आसानी से जान बचाने में कामयाब होते हैं।  ये बहुत ही शानदार तकनीक है जिससे मानव के हित में उपयोग किया जा रहा है।जीवनरक्षक की तरह भी ड्रोन का किया जा सकता है इस्तेमाल

Share this story