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हनुमान जी को सभी देवताओं मे सबसे ज्यादा जाग्रत देवता माना जाता हैं

हनुमान जी को सभी देवताओं मे सबसे ज्यादा जाग्रत देवता माना जाता हैं, इसलिए हनुमान जी कि पूजा करने से आपके सम्पूर्ण दु: ख दूर हो जाते है। हनुमानजी की माता का नाम अंजना माता है, जो अपने पूर्व जन्म में एक अप्सरा थीं। हनुमानजी के पिता का नाम केसरी था, जो वानर जाति के थे। माता-पिता के कारण हनुमानजी को आंजनेय और केसरीनंदन कहा जाता है। केसरीजी को कपिराज कहा जाता था, क्योंकि वे वानरों की कपि नाम की जाति से थे। केसरीजी कपि क्षेत्र के राजा थे।
हनुमान जी को सभी देवताओं मे सबसे ज्यादा जाग्रत देवता माना जाता हैं

हनुमान जी को सभी देवताओं मे सबसे ज्यादा जाग्रत देवता माना जाता हैं, इसलिए हनुमान जी कि पूजा करने से आपके सम्पूर्ण दु: ख दूर हो जाते है। हनुमानजी की माता का नाम अंजना माता है, जो अपने पूर्व जन्म में एक अप्सरा थीं। हनुमानजी के पिता का नाम केसरी था, जो वानर जाति के थे। माता-पिता के कारण हनुमानजी को आंजनेय और केसरीनंदन कहा जाता है।

हनुमान जी को सभी देवताओं मे सबसे ज्यादा जाग्रत देवता माना जाता हैं

केसरीजी को कपिराज कहा जाता था, क्योंकि वे वानरों की कपि नाम की जाति से थे। केसरीजी कपि क्षेत्र के राजा थे। और हनुमान जी महाराज ने भगवान श्री राम की रक्षा के लिए जन्म लिया था। जब भगवान श्री राम को वनवास हुआ तो हनुमान जी ने भगवान श्री राम प्रभु कि सेवा मे सदैव तत्पर रहे और उनको आ रही समस्यओं का समाधान करते हुए रावण की लंका का नाश कर एक वानर जाति की वीरता का परिचय दिया हनुमान जी महाराज के सिंदूर लगाने से वे अधिक प्रसन्न होते है

हनुमान जी को सभी देवताओं मे सबसे ज्यादा जाग्रत देवता माना जाता हैं

क्योंकि इसके पीछे एक पौराणिक कथा हैं, कि एक दिन  हनुमानजी माता सीता के कक्ष में पहुंचे। उन्होंने देखा कि माता लाल रंग की कोई चीज मांग में सजा रही है। तब हनुमानजी ने माता सिता से पूछा आप यह सिंदूर क्यों लगा रहे हो, तब माता ने कहा कि इसे लगाने से प्रभु राम की आयु बढ़ती है और प्रभु का स्नेह प्राप्त होता है।

हनुमान जी को सभी देवताओं मे सबसे ज्यादा जाग्रत देवता माना जाता हैं

तब हनुमानजी ने सोचा जब माता इतना-सा सिन्दूर लगाकर प्रभु का इतना स्नेह प्राप्त कर रही है तो अगर मैं इनसे ज्यादा लगाऊं तो मुझे प्रभु का स्नेह, प्यार और ज्यादा प्राप्त होगा और प्रभु की आयु भी लंबी होगी। ये सोचकर उन्होंने अपने सारे शरीर में सिन्दूर का लेप लगा लिया। इसलिए कहा जाता है कि भगवान हनुमानजी को सिन्दूर लगाना बहुत पसंद है।  इसलिए आप मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर मे जाकर उनके सिंदूर चढानी चाहिए।

हनुमान जी को सभी देवताओं मे सबसे ज्यादा जाग्रत देवता माना जाता हैं

हनुमान जी को सभी देवताओं मे सबसे ज्यादा जाग्रत देवता माना जाता हैं, इसलिए हनुमान जी कि पूजा करने से आपके सम्पूर्ण दु: ख दूर हो जाते है। हनुमानजी की माता का नाम अंजना माता है, जो अपने पूर्व जन्म में एक अप्सरा थीं। हनुमानजी के पिता का नाम केसरी था, जो वानर जाति के थे। माता-पिता के कारण हनुमानजी को आंजनेय और केसरीनंदन कहा जाता है। केसरीजी को कपिराज कहा जाता था, क्योंकि वे वानरों की कपि नाम की जाति से थे। केसरीजी कपि क्षेत्र के राजा थे। हनुमान जी को सभी देवताओं मे सबसे ज्यादा जाग्रत देवता माना जाता हैं

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