लेफ्ट हैंडर्स होते है बातचीत में माहिर
ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी में 4 लाख लोगो के डी एन ए पर हुई एक रिसर्च के मुताबिक जो लोग अपने बाएं हाथ से काम करते है उनमें बातचीत करने का कौशल बाकि लोगो की तुलना में आधी होता है | स्टडी में सामने आया की इन लोगो के दिमाग में कुछ जेनेटिक निर्देश पाएं गए जो दिमाग की सरंचना और उसके काम करने के तरीके में शामिल है | इन लोगो में सिजोफ्रेनिया व पार्किसंस रोग का भी खतरा भी काम होता है |
भारतीय संस्कृति में बाएं हाथ से काम करने को गलत माना जाता है, इसे व्यक्ति से बुरे भाग्य से जोड़कर देखा जाता है जबकि ये धारणा बिलकुल गलत है | इसका सम्बन्ध भाग्य से जुड़ा न होकर मस्तिष्क के बायोलॉजिकल विकास से जुड़ा है |
दुनिया में करीब 12 परसेंट लोग बाएं हाथ से लिखते है , जिसमे सबसे ज़्यादा लोग डच है | बाएं हाथ से लिखने वाले लोगो को एलर्जीज़ , इंसोम्निया , माइग्रेन जैसे रोगो का खतरा ज़्यादा होता है|
इस स्टडी में यह भी सामने आया की लेफ्ट हैंडर्स शराब और ड्रग्स के ज़्यादा आदि होते है क्योँकि इनके दिमाग का राइट हिस्सा काम टोलेरंट होता है इस वजह से ये तुरंत रिएक्टिव होते है, और नशे का एडिक्शन इनमे जल्दी हो जाता है | दुनिया में बाएं हाथ से काम करने वाले लोगो की संख्या में आदमियों की संख्या औरतों से ज़्यादा है | बता दें की 13 अगस्त को वर्ल्ड लेफ्ट हैंडर्स डे मनाया जाता है |