Samachar Nama
×

24 जुलाई को रखा जाएगा शीतला सप्तमी का व्रत, जानिए पूजन विधि और महत्व

आपको बता दें, कि श्रावण कृष्ण सप्तमी को महाशक्ति के अनंत रूपों में से प्रमुख शीतला माता की पूजा प्राचीनकाल से ही की जाती रही हैं वही गृहस्थों के लिए देवी मां की आराधना दैहिक तापों ज्वर, राजयक्ष्मा, संक्रमण और अन्य विषाणुओं के दुष्प्रभावों से मुक्ति दिलाती हैं वही विशेष रूप से बुखार, चेचक, कुष्ठ
24 जुलाई को रखा जाएगा शीतला सप्तमी का व्रत, जानिए पूजन विधि और महत्व

आपको बता दें, कि श्रावण कृष्ण सप्तमी को महाशक्ति के अनंत रूपों में से प्रमुख शीतला माता की पूजा प्राचीनकाल से ही की जाती रही हैं वही गृहस्थों के लिए देवी मां की आराधना दैहिक तापों ज्वर, राजयक्ष्मा, संक्रमण और अन्य विषाणुओं के दुष्प्रभावों से मुक्ति दिलाती हैं वही विशेष रूप से बुखार, चेचक, कुष्ठ रोग, दाह ज्वर,पीत ज्वर,दुर्गन्धयुक्त फोड़े और अन्य चर्मरोगों से आहत होने पर देवी मां की आराधना रोगमुक्त कर देती हैं वही यही नहीं व्रती के कुल में भी अगर कोई इन रोगों से पीड़ित हो तो मां शीतलाजनित ये रोग दोष दूर हो जाते हैं।24 जुलाई को रखा जाएगा शीतला सप्तमी का व्रत, जानिए पूजन विधि और महत्व

माता शीतला की कृपा से देह अपना धर्माचरण कर पाता हैं वही बिना शीतला माता की कृपा के देहधर्म संभव नहीं हैं ऋषि मुनि योगी भी इनका स्तवन करते हुए कहते हैं कि—

”शीतले त्वं जगन्माता शीतले त्वं जगत्पिता।
शीतले त्वं जगद्धात्री शीतलायै नमो नमः।।24 जुलाई को रखा जाएगा शीतला सप्तमी का व्रत, जानिए पूजन विधि और महत्व

श्लोक का अर्थ— हे मां शीतला आप ही इस संसार की आदि माता हैं, आप ही पिता हैं और आप ही इस चराचर जगत को धारण करती हैं, अत: आप को बारम्बार नमस्कार हैं मां का यह पौराणिक मंत्र ”ॐ ह्रीं श्रीं शीतलायै नमः” भी प्राणियों को सभी संकटों से मुक्ति दिलाते हुए समाज में मान सम्मान पद और गरिमा की वृद्धि कराता हैं। वही जो भी भक्त देवी शीतला मां की प्रतिदिन साधना आराधना और अर्चना करता हैं देवी मां उनपर अनुग्रह करती हुई उनके घर परिवार की सभी विपत्तियों से रक्षा करती हैं और जीवन में सुख शांति बनाएं रखती हैं।24 जुलाई को रखा जाएगा शीतला सप्तमी का व्रत, जानिए पूजन विधि और महत्व

Share this story

Tags