इसके सेवन से भी दूर किया जा सकता है किडनी की पथरी की समस्या को
जयपुर। किडनी की पथरी एक दर्दनाक समस्या होती है। भारत में आज इस समस्या से पीडित कई लोग मिल जायेंगे। विशेषज्ञ इसके बारे में बताते है कि जब किडनी के अंदर कैल्शियम और ऑक्ज़ालेट (oxalate) जैसे मिनरल्स जमा हो जाते हैं तो वो पथरी का रूप ले लेते हैं। वैसे तो सामान्य अवस्था में पथरी के छोटे टूकड़े मूत्रवाहिनी के माध्यम से निकल जाते हैं लेकिन बड़े टूकड़े नही निकल पाते हैं, जिसके कारण मरीज को असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है। इस दर्द से राहत पाने के लिए आप कुछ प्राकृतिक उपचार अपना सकते हैं। ऐसा ही एक उपचार है, लेमनेड यानी नींबू के रस की थेरेपी। विशेषज्ञ इसके बारे में बताते है कि नींबू के रस में काफी उच्च मात्रा में सिट्रिक एसिड होता है जिसके प्रभाव से कि डनी में मौजूद कैल्शियम और ऑक्ज़ालेट की पथरी घुल जाती है। इसके साथ ही नींबू के रस से पथरी बनने की प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है। पथरी की प्रक्रिया के धीमें पड़ने पर मरीजे को कम दर्द होता है। इसके साथ ही नींबू का रस पथरी का धीरे—धीरे काटने का काम जारी रखता है। इसके अलावा, यह पानी के अलावा एक अन्य पेय हो जाता है, जो आपकी दिन की पेय पदार्थों की खुराक बढ़ाता है। शरीर में जितना पानी मौजूद होगा उतना प्राकृतिक रूप से शरीर के दूषित पदार्थ निकल जाएंगे। इसकी वजह से छोटी पथरी शरीर से यूरीन के जरिये बाहर आ जाती हैं। लेकिन यदि पथरी किसी व्यक्ति का एक बार हो जाती है, तो बार—बार होने की आशंका बनी रहती है। इसलिए पथरी की समस्या से बचने के लिए फ्लोराइड युक्त पानी के सेवन को कम देना चाहिए। क्योंकि पथरी का सबसे मुख्य कारण पानी और खाना ही होता है। इसी माध्यम से ही पेट में धूल के कई छोटे—छोटे कण पेट में चले जाते हैं।