Samachar Nama
×

क्या है बच्चों में होने वाली टंग टाई की समस्या

जयपुर| टंग टाई की समस्या ऐसी समस्या है जो बच्चों को होती है| इस समस्या में बच्चों की जीभ के निचले भाग में परेशानी होती है जिसकी वजह से उन्हें बोलने में दिक्कते आने लगती हैं| टंग-टाई को एन्काइलोग्लोसिया भी कहते हैं| विस्तार से जानते हैं कि क्या है टंग टाई की समस्या और इससे
क्या है बच्चों में होने वाली टंग टाई की समस्या

जयपुर| टंग टाई की समस्या ऐसी समस्या है जो बच्चों को होती है| इस समस्या में बच्चों की जीभ के निचले भाग में परेशानी होती है जिसकी वजह से उन्हें बोलने में दिक्कते आने लगती हैं| टंग-टाई को एन्काइलोग्लोसिया भी कहते हैं| विस्तार से जानते हैं कि क्या है टंग टाई की समस्या और इससे बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ता है|क्या है बच्चों में होने वाली टंग टाई की समस्या

टंग-टाई की समस्या मुंह में होती है और यह समस्या बच्चों में ही पायी जाती है| यह जीभ की निचली सतह को मुंह के निचले भाग से जोड़ने वाले तांतुनुमा फ्रेनुलम के असामान्य रूप से मोटा, छोटा और कड़ा होता है और इसी कारण से बच्चों की जीभ हिल-डुल नहीं पाती है| इस समस्या के कारण कई बार बच्चों की जीभ पूरी तरह से बाहर भी नहीं आ पाती|क्या है बच्चों में होने वाली टंग टाई की समस्या

इस समस्या से पीड़ित बच्चों पर इसका असर अलग अलग बच्चे को अलग अलग प्रकार से होता है| इस समस्या से पीड़ित कुछ बच्चों को कोई भी समस्या नहीं होती पर कुछ को बोलने में और खाने-पीने में काफी परेशानी होती है| इस अमास्या के कारण नवजात शिशु कई बार मां का दूध भी ठीक से नहीं पी पाते| कई बार बच्चों को इससे ओरल हाइजीन में भी समस्या आने लगती है क्यूंकि इसमें दांतों और जीभ की ठीक से साफ-सफाई नहीं हो पाती क्योंकि जीभ पूरी तरह से हिल-डुल नहीं पाता है|क्या है बच्चों में होने वाली टंग टाई की समस्या

अगर इसके लक्षणों की बात करें तो इसमें बच्चों को जीभ बाहर निकालने में दिक्कते आती हैं और यह समस्या नवजात शिशु को होती है तो वह सही तरह से फीड नहीं कर पाता और इसमें बच्चों की जीभ का निचला भाग कड़ा हो जाता है जो बच्चों को ब्रश कराते समय महसूस किया जा सकता है|क्या है बच्चों में होने वाली टंग टाई की समस्या

अगर आपके बच्चे में भी ऐसे कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो बच्चे को तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाना चाहिए और इस समस्या से ज़्यादा घबराने की ज़रुरत नहीं है क्यूंकि डॉक्टर को दिखाने के बाद दी गयी दवाइयों के सेवन से यह समस्या ख़त्म हो जाती है|

Share this story