इन वास्तुदोष के कारण पानी की तरह बह जाता हैं धन
हर व्यक्ति के जीवन में वास्तुशास्त्र का विशेष महत्व होता हैं, वही घर में पानी का टैंक बनवाते या फिर रखते वक्त दिशा का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। सही दिशा में टैंक रखने से जहां सुख समृद्धि में विस्तार होता हैं तो वही गलत दिशा में रखने या फिर बनवाने से बने वास्तुदोष से कई तरह की परेशानियां पैदा हो सकती हैं वही घर में कलह कलेश, तनाव बढ़ जाता हैं और बच्चों का पढ़ाई में भी मन नहीं लग पाता हैं वही पानी के टैंक को दक्षिण पश्चिम की दिशा मतलब की नैऋत्य कोण में होना शुभता प्रदान करता हैं वही घर की छत पर इस दिशा में पानी की टंकी रखने से अन्य भागों की अपेक्षा यह भाग ऊंचा और भारी हो जाता हैं, जो कि सुख समृद्धि और उन्नति का कारक बनती हैं।
वही वास्तुशास्त्र में सीढ़ियों का विशेष महत्व होता हैं भवन के दक्षिण पश्चिम यानी की नैऋत्य कोण में पृथ्वी तत्व की प्रधानता होती हैं, यहां सीढ़ियां बनाने से इस दिशा का भार बढ़ जाता हैं, जो वास्तु की दृष्टि में शुभ माना जाता हैं इस दिश में सीढ़ियों का निर्माण सर्वश्रेष्ठ माना गया हैं। वही इससे धन संपत्ति में वृद्धि होती हैं और परिवार के लोगो का स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहता हैं।
वही हिंदू धर्म में जल को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता हैं अगर आपके घर में नल से पानी टपकता हैं और पाईप लाइन से लीकेज हैं, तो यह आर्थिक नुकसान का संकेत भी माना जाता हैं वास्तु के नियम के मुताबिक नल से पानी का टपकना आपके एकत्र किए गए धन को धीरे धीरे खर्च होने का संकेत प्रदान करता हैं।