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इस मंदिर में शाम ढलने के बाद जो भी गया समझो वो पत्थर बन गया, जानिए श्रापित मंदिर का रहस्य्मय राज !!

जयपुर। आज हम आपको इस लेख में ऐसे मंदिर के बारे में बता रहें हैं जिसके बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। इस मंदिर में घटता है कुछ खास ऐसा जिसके बारे मे जान कर आप भी चौक जाएंगे। चलिए जानते है इस खास मंदिर के बारे में यहां। राजस्थान में बाड़मेर जिले
इस मंदिर में शाम ढलने के बाद जो भी गया समझो वो पत्थर बन गया, जानिए श्रापित मंदिर का रहस्य्मय राज !!

जयपुर। आज हम आपको इस लेख में ऐसे मंदिर के बारे में बता रहें हैं जिसके बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। इस मंदिर में घटता है कुछ खास ऐसा जिसके बारे मे जान कर आप भी चौक जाएंगे। चलिए जानते है इस खास मंदिर के बारे में यहां।

इस मंदिर में शाम ढलने के बाद जो भी गया समझो वो पत्थर बन गया, जानिए श्रापित मंदिर का रहस्य्मय राज !!

 

राजस्थान में बाड़मेर जिले से 30 किलोमीटर की दूर पर बसा एक छोटा सा गांव किराडू। गांव के नाम के आधार पर ही इस मंदिर का नाम भी किराडू पड़ा। इस मंदिर के लिए माना जाता है कि इस मंदिर में शाम को जाने पर भूत प्रेत के कारण यहां जाने वाले लोग पत्थर बन जाते हैं।मंदिर के लिए प्रचलित मान्यता है कि यह मंदिर 11 वीं शताब्दी में किराडू परमार वंश की राजधानी हुआ करती थी लेकिन वर्तमान समय में यह मंदिर श्रापित है। मंदिर के लिए प्रचलित कहानी के आधार पर इस मंदिर के इतिहास के बारे में जाना जा सकता है। इसके साथ ही मंदिर श्रापित हैं।

इस मंदिर में शाम ढलने के बाद जो भी गया समझो वो पत्थर बन गया, जानिए श्रापित मंदिर का रहस्य्मय राज !!

इस मंदिर के लिए माना जाता है कि मंदिर के बाहर एक बड़ा सा पत्थर है जिसे एक कुम्हारी का रूप हैं, व ऐसा माना जाता है कि एक ऋषि के श्राप के कारण यह पत्थर बन गई थी। इस मंदिर में शाम ढलते ही यहां के आस पास के इलाके के लोग नहीं जाते। क्योकि माना जाता है कि मंदिर में जाने वाला व्यक्ति पत्थर का हो जाता है।

इस मंदिर में शाम ढलने के बाद जो भी गया समझो वो पत्थर बन गया, जानिए श्रापित मंदिर का रहस्य्मय राज !!

ऐसा माना जाता है कि 19वीं शताब्दी में इस मंदिर में भयंकर भूकंप आने से मंदिर को भारी नुकसान हुआ। जिसके कारण मंदिर को भयंकर नुकसान हुआ  इस के साथ ही मंदिर के रखरखाव में भी किसी ने ध्यान नहीं दिया। इस मंदिर में पांच मंदिर है जिसमें विष्णु, सोमेश्वर का मंदिर ही वर्तमान समय में सही हालात में मौजूद हैं। इस मंदिर के पत्थरो में इंसानों के अलावा नकारात्मक ऊर्जा भी काफी हद तक विघमान हैं।

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